Ayodhya Verdict Countdown Latest LIVE Updates, Ayodhya Ram Mandir Janmabhoomi Babri Masjid Zameen Vivad Mamle par Faisla Aaj: अयोध्या राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ का फैसला आज सुबह 10.30 बजे आने वाला है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता में पांच जजों की संविधान पीठ ऐतिहासिक फैसला सुनाने जा रही है. अयोध्या केस के फैसले से पहले प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद हो गया है. देशभर में स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी कर दी गई हैं. संवेदनशील इलाकों में इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी लगा दी गई है. कई जिलों और शहरों में धारा 144 लागू है. अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
नई दिल्ली. अयोध्या राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद जमीन विवाद मामले पर फैससे की घड़ी आ गई है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता में 5 जजों वाली संविधान पीठ अयोध्या मामले पर आज सुबह 10.30 बजे ऐतिहासिक फैसला सुनाने जा रही है. अयोध्या केस के फैसले के बाद किसी भी तरह की कानून व्यवस्था न बिगड़े इसके लिए देशभर के अलग-अलग शहरों और जिलों में धारा 144 लागू कर 4 से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी है. देशभर में स्कूल और कॉलेजों में छुट्टियां कर दी गई हैं. संवेदनशाील इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर भी पाबंदी लगा दी है. प्रशासन सोशल मीडिया पर पैनी नजर बनाए हुए है, ताकि कोई अफवाह न फैल सके और सांप्रदायिक उन्माद न हो.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के शीर्ष नागरिक और पुलिस अधिकारियों, मंडल आयुक्तों और जिला मजिस्ट्रेटों के साथ देर रात तक वीडियो कॉन्फ्रेंस भी की. वीडियो कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि राम मंदिर मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सुरक्षा व्यवस्था के तहत लखनऊ और अयोध्या में दो हेलीकॉप्टर स्टैंडबाय पर होंगे. एक अधिकारी ने कहा कि हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल आपातकाल के मामले में किया जाएगा. एक आधिकारिक विज्ञप्ति ने बाद में कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रत्येक जिले में कानून और व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की और सामान्य स्थिति सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए.
यहां पढ़ें Ayodhya Verdict Countdown Latest LIVE Updates:
रात 3.00 बजे- मुंबई में अयोध्या केस के फैसले से पहले सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. देर रात वाहनों की चेकिंग की जा रही है. मुंबई पुलिस का कहना है कि शहर में 5000 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों के जरिए नजर रखी जा री है. मुंबई में धारा 144 लागू कर दी गई है. सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर है. हालांकि मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद नहीं की गई है. जरूरत पड़ती है तो बाद में इंटरनेट पर भी पाबंदी लगाई जा सकती है.
Pranay Ashok, PRO Mumbai Police: More than 5000 cameras are already installed for city surveillance, we will monitor with the help of the feed coming in at our control room. We will also deploy our drone units as per the situation. https://t.co/xk5ynBcsxX
— ANI (@ANI) November 8, 2019
रात 12.30 बजे- उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में अयोध्या मामले पर फैसले को देखते हुए कड़ी निगरानी रखी जा रीह है. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में 9 से 11 नवंबर तक छुट्टी कर दी गई है. इस दौरान एएमयू में सेशनल एग्जाम भी नहीं होंगे.
रात 11.45 बजे- दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि अयोध्या पैसले को देखते हुए शनिवार को राजधानी के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल बंद रहेंगे.
रात 11.40 बजे- यूपी के अलीगढ़ जिले के डीएम चंद्रभूषण सिंह ने आज रात 12 बजे से कल रात 12 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवा पर पाबंदी लगाने का आदेश दिया है.
रात 11.25 बजे- उत्तर प्रदेश में शनिवार को धारा 144 लागू रहेगी.
रात 11.15 बजे- बेंगलुरु में शनिवार को धारा 144 लागू रहेगी और शराब के ठेके बंद रहेंगे.
रात 11.10 बजे- मध्यप्रदेश के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल कॉलेज शनिवार को बंद रहेंगे.
रात 11 बजे- जम्मू क्षेत्र के सभी 13 जिलों में शनिवार को धारा 144 लागू रहेगी, जिसके तहत 4 से ज्यादा लोगों के एक साथ इकट्ठा होने पर पाबंदी रहेगी. साथ ही इन जिलों के सभी सरकारी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे.
रात 10.50 बजे- उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में अयोध्या जजमेंट को लेकर असामाजिक तत्वों और संवेदनशील जगहों पर कड़ी नजर रखी जाएगी.
रात 10.45 बजे- अयोध्या मामले पर फैसले को देखते हुए कर्नाटक में शनिवार को सभी स्कूल और कॉलेजों में छुट्टी रहेगी.
10.33 बजे: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा-अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, वो किसी की हार-जीत नहीं होगा। देशवासियों से मेरी अपील है कि हम सब की यह प्राथमिकता रहे कि ये फैसला भारत की शांति, एकता और सद्भावना की महान परंपरा को और बल दे।
अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, वो किसी की हार-जीत नहीं होगा। देशवासियों से मेरी अपील है कि हम सब की यह प्राथमिकता रहे कि ये फैसला भारत की शांति, एकता और सद्भावना की महान परंपरा को और बल दे।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 8, 2019
रात 10.32 बजे: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- देश की न्यायपालिका के मान-सम्मान को सर्वोपरि रखते हुए समाज के सभी पक्षों ने, सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों ने, सभी पक्षकारों ने बीते दिनों सौहार्दपूर्ण और सकारात्मक वातावरण बनाने के लिए जो प्रयास किए, वे स्वागत योग्य हैं. कोर्ट के निर्णय के बाद भी हम सबको मिलकर सौहार्द बनाए रखना है.
देश की न्यायपालिका के मान-सम्मान को सर्वोपरि रखते हुए समाज के सभी पक्षों ने, सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों ने, सभी पक्षकारों ने बीते दिनों सौहार्दपूर्ण और सकारात्मक वातावरण बनाने के लिए जो प्रयास किए, वे स्वागत योग्य हैं। कोर्ट के निर्णय के बाद भी हम सबको मिलकर सौहार्द बनाए रखना है।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 8, 2019
रात 10.31 बजे: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- अयोध्या पर कल सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आ रहा है. पिछले कुछ महीनों से सुप्रीम कोर्ट में निरंतर इस विषय पर सुनवाई हो रही थी, पूरा देश उत्सुकता से देख रहा था। इस दौरान समाज के सभी वर्गों की तरफ से सद्भावना का वातावरण बनाए रखने के लिए किए गए प्रयास बहुत सराहनीय हैं.
अयोध्या पर कल सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आ रहा है। पिछले कुछ महीनों से सुप्रीम कोर्ट में निरंतर इस विषय पर सुनवाई हो रही थी, पूरा देश उत्सुकता से देख रहा था। इस दौरान समाज के सभी वर्गों की तरफ से सद्भावना का वातावरण बनाए रखने के लिए किए गए प्रयास बहुत सराहनीय हैं।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 8, 2019
रात 10.30 बजे: यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- यह हम सब की जिम्मेदारी है कि हम एक शांतिपूर्ण माहौल बनाकर रखें. प्रशासन सबकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगा. जिन लोगों ने भी कानून को अपने हाथों में लेने की कोशिश की उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
CM Yogi Adityanath on#Ayodhya verdict: It is the responsibility of all to maintain peaceful atmosphere. Administration is determined to ensure safety to everyone. Action will be taken against those who take law in their hands. (File pic) pic.twitter.com/k3TioveTjh
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 8, 2019
रात 10.25 बजे: लखनऊ के केसर बाग से लेकर अमीनाबाद तक सुरक्षाबलों ने किया फ्लैग मार्च. कल सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद पर आने वाला है फैसला
Lucknow: Security forces conduct a flag march, in view of upcoming festivals. Flag march was carried out from Kesar Bagh to Aminabad. pic.twitter.com/oxnoOtQE9p
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 8, 2019
रात 10.10 बजे: अयोध्या राम जन्मभूमि बबरी मस्जिद केस में फैसला कल सुबह 10.30 बजे, यूपी के सभी स्कूल, कॉलेजों, ट्रेनिंग सेंटर्स में 9 नवंबर से 11 नवंबर तक छुट्टी.
Uttar Pradesh: All schools, colleges, educational institutions and training centres to remain closed from 9th November to 11th November. pic.twitter.com/MVYuvF8IZJ
— ANI (@ANI) November 8, 2019
रात 9.30 बजे: सुप्रीम कोर्ट अयोध्या राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद केस में कल यानी शनिवार को सुबह 10.30 बजे फैसला सुनाएगा. सीजेआई रंजन गोगोई की अध्यक्षता में संविधान पीठ सुनाएगी फैसला
दोपहर 3.15 बजे: मोटे तौर पर मामले से संबंधित फैसले की तीन संभावनाएं हैं. निर्णय पूरी तरह से हिंदू हितधारकों के पक्ष में हो सकता है या यह पूरी तरह से मुस्लिम पक्षों के पक्ष में हो सकता है या संभावना है कि यह हिंदू वादियों के पक्ष में हो सकता है लेकिन विवादित जगह के अंदर या बाहर मुस्लिम पार्टियों को कुछ स्थान दे सकता है.
दोपहर 3 बजे: मुख्तार अब्बास नकवी के घर पर आयोजित बैठक में उपस्थित लोगों ने सभी परिस्थितियों में देश के सामाजिक-सांप्रदायिक सद्भाव, भाईचारे और एकता के ताने-बाने को मजबूत और संरक्षित करने की प्रतिबद्धता व्यक्त किया. जमीयत उलेमा-ए-हिंद के महासचिव महमूद मदनी, फिल्म निर्माता मुजफ्फर अली, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य कमल फारुकी, पूर्व सांसद शाहिद सिद्दीकी और शिया धर्मगुरु कल्बे जवाद बैठक में मौजूद प्रमुख मुस्लिम हस्तियों में से एक थे.
दोपहर 2.45 बजे: अयोध्या के फैसले से पहले मुस्लिमों तक पहुंचने के आरएसएस और भाजपा के प्रयासों के तहत, मंगलवार को सामाजिक सद्भाव और एकता बनाए रखने पर जोर देने वाले प्रतिभागियों के साथ, समुदाय के मौलवियों, शिक्षाविदों और प्रमुख व्यक्तियों के साथ एक बैठक आयोजित की गई थी. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के घर पर आयोजित इस बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेता कृष्ण गोपाल और रामलाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन, और बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के प्रमुख सदस्य शामिल थे.
दोपहर 2.30 बजे: इस बीच, विश्व हिंदू परिषद, वीएचपी ने 1990 के बाद पहली बार अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए पत्थर की नक्काशी का काम रोक दिया है. वीएचपी के प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा, काम में शामिल सभी कारीगर अपने घरों को लौट गए हैं. उन्होंने कहा कि नक्काशी को रोकने का निर्णय विहिप के शीर्ष नेताओं द्वारा लिया गया था, जो एक हिंदू दक्षिणपंथी संगठन है, जो आंदोलन में सबसे आगे रहा है और भगवान राम को समर्पित एक ‘भव्य मंदिर’ के निर्माण की मांग कर रहा है.
दोपहर 2.15 बजे: एडवाइजरी में पहले दिए एक आदेश को भी रद्द कर दिया गया है जिसमें स्टेशनों पर ट्रेन नहीं होने पर बिजली बचाने के लिए स्टेशनों को अपनी रोशनी को लगभग 30 प्रतिशत तक रखने की अनुमति दी गई थी, सभी जोन को इसके बजाय हर समय 100 प्रतिशत प्रकाश व्यवस्था रखने का निर्देश दिया गया है. रेलवे परिसर में भीड़ को देखने के मामले में – त्वरित प्रतिक्रिया टीमों की उपस्थिति, प्रवेश और निकास बिंदुओं को सील करने और कुशल कर्मियों द्वारा निगरानी किए गए सीसीटीवी कैमरों के उपयोग – रेलवे परिसर की सुरक्षा को अधिकतम करने के लिए सलाहकार ने सख्त परिचालन दिशानिर्देश भी जारी किए हैं.
दोपहर 2 बजे: आरपीएफ एडवाइजरी में कहा गया है कि रेलवे स्टेशनों के पास या उसके परिसर के भीतर सभी धार्मिक संरचनाओं पर कड़ी नजर रखी जानी चाहिए क्योंकि वे मंदिरों के उच्च स्तर पर चलने पर फ्लैश पॉइंट बन सकते हैं. इस तरह की संरचनाओं के देखभाल करने वालों को यह भी हिदायत दी है कि वे उन्हें बेपर्दा न छोड़ें. इसमें मुंबई, दिल्ली, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के स्टेशनों सहित भीड़ वाले लगभग 78 प्रमुख स्टेशनों की पहचान की है जहां आरपीएफ कर्मियों की उपस्थिति बढ़ाई गई है.
दोपहर 1.45 बजे: सूत्रों ने बताया कि रेलवे पुलिस ने अपने सभी जोनों को सुरक्षा तैयारियों के बारे में निर्देश देने के लिए सात पन्नों की एक एडवाइजरी जारी की है. रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने कहा कि उसके सभी कर्मियों के छुट्टी रद्द कर दी गई हैं और उन्हें एस्कॉर्टिंग ट्रेनों में लगे रहने का निर्देश दिया गया है. प्लेटफॉर्म, रेलवे स्टेशन, यार्ड, पार्किंग स्पेस, पुल और सुरंगों के साथ-साथ उत्पादन इकाइयों और कार्यशालाओं में सुरक्षा जैसे पहलुओं को शामिल किया गया है, जिसमें सभी संभावित हॉट-स्पॉट चिह्नित किए गए हैं जो या तो किसी भी हिंसा के लिए एक साइट हो सकते हैं या विस्फोटक छिपाने के लिए उनका उपयोग किया जा सकता है.
दोपहर 1.30 बजे: अयोध्या में कार्तिक पूर्णिमा पर अगले हफ्ते तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ देखने की उम्मीद है और स्थानीय प्रशासन शांती बनाए रकने के लिए तैयार है. कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए 12 नवंबर को लाखों श्रद्धालुओं के तीर्थ नगरी में इकट्ठा होने की उम्मीद है.
दोपहर 1.15 बजे: जीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस एसए बोबडे और जस्टिस अशोक भूषण के साथ मीटिंग के बाद यूपी के चीफ सेकेट्री और डीजीपी दोनों एक साथ सुप्रीम कोर्ट के गेट नंबर एफ से बाहर एक गाड़ी में निकले. इस मीटिंग के लिए दोनों सुप्रीम कोर्ट के गेट नंबर ए से अंदर आये थे.
Uttar Pradesh Chief Secretary Rajendra Kumar Tiwari and Director of Police, OP Singh along with other senior officials leave Supreme Court after meeting the Chief Justice of India, Ranjan Gogoi ahead of Ayodhya verdict. pic.twitter.com/1HUXFAdc6E
— ANI (@ANI) November 8, 2019
दोपहर 1.10 बजे: सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के साथ यूपी के मुख्य सचिव और डीजीपी की बैठक खत्म. मीटिंग करीब डेढ़ घंटे तक चली. मीटिंग में जस्टिस एस ए बोबडे और जस्टिस अशोक भूषण भी शामिल थे. मीटिंग के बाद यूपी के चीफ सेकेट्री और डीजीपी सुप्रीम कोर्ट से निकल गए हैं.
दोपहर 1.05 बजे: दिल्ली में एमएचए के एक अधिकारी ने कहा कि मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश में अर्धसैनिक बलों की 40 कंपनियों को कानून और व्यवस्था बनाए रखने में मदद के लिए तैनात किया है. ये खासकर अयोध्या में तैनात हैं. अर्धसैनिक बलों की एक कंपनी में लगभग 100 कर्मी होते हैं.
दोपहर 12.50 बजे: सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के साथ यूपी के मुख्य सचिव और डीजीपी की बैठक जारी है. जस्टिस एस ए बोबडे और जस्टिस अशोक भूषण भी मीटिंग में पहुंचे. बता दें कि जस्टिस बोबड़े और जस्टिस अशोक भूषण उस पीठ के हिस्सा है जिन्होंने मामले की सुनवाई की है. आज की बैठक में राम मंदिर बाबरी मस्जिद के फैसले से पहले कानून व्यवस्था पर चर्चा हो रही है.
दोपहर 12.45 बजे: अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के आने वाले फैसले के मद्देनजर अयोध्या में एडीजी आशुतोष पाण्डेय को सुरक्षा व्यवस्था संभालने के लिए भेजा गया है. उन्होंने अधिकारियों संग बैठक की और सुरक्षा बलों को निर्देश दिए.
दोपहर 12.30 बजे: अगले हफ्ते कभी भी फैसले सुनाए जाने को देखते हुए राजनीतिक नेताओं को भड़काऊ टिप्पणी ना करने या अफवाह ना फैलाने के लिए कहा गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने मंत्रिपरिषद के साथ अयोध्या मुद्दे पर चर्चा की और उनसे इस विषय पर अनावश्यक बयान देने से परहेज करने और देश में सौहार्द बनाए रखने के लिए कहा.
दोपहर 12.15 बजे: गृह मंत्रालय (एमएचए) ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को एक सामान्य सलाह भी भेजी है जिसमें सभी संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती का आदेश दिया गया है.
दोपहर 12 बजे: उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा, सभी सावधानियां बरती जा रही हैं. हम किसी भी कीमत पर कानून-व्यवस्था की समय पर प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने जा रहे हैं. सभी क्षेत्र अधिकारियों को भी संवेदनशील बनाया गया है और यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई भी अप्रिय घटना न घटे हम सभी समुदायों के साथ नियमित संपर्क में हैं.
सुबह 11.45 बजे: सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के साथ यूपी के मुख्य सचिव और डीजीपी की बैठक शुरू हो गई है. राम मंदिर बाबरी मस्जिद के फैसले से पहले कानून व्यवस्था पर होगी चर्चा.
सुबह 11.40 बजे: गुरुवार को, केंद्र सरकार ने राज्य में लगभग 4,000 अर्धसैनिक बलों को तैनात किया. रेलवे पुलिस ने अपने जवानों की छुट्टी रद्द कर दी और अपनी सुरक्षा तैयारियों के तहत 78 प्रमुख स्टेशनों और ट्रेनों में सतर्कता बढ़ा दी.
Security has been heightened in #Ayodhya ahead of probable verdict in Ayodhya land case. pic.twitter.com/UCh5oHYCxH
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 8, 2019
सुबह 11.25 बजे: यूपी चीफ सेकेट्री और डीजीपी दोनो की एंट्री ए नंबर गेट से हुई है. सुप्रीम कोर्ट के ए नंबर गेट से केवल जजों की एंट्री होती है. लेकिन सीजेआई ने मीटिंग के लिए बुलाया है इस लिए चीफ सेकेट्री और डीजीपी दोनों की एंट्री ए नंबर गेट से हुई. दअरसल सुप्रीम कोर्ट में नियम के मुताबिक अगर कोई कोर्ट में आता है तो उसको पास बनवाना होता है लेकिन डीजीपी और मुख्य सचिव को सीधे सुप्रीम कोर्ट के अंदर ले जाया गया.
Correction: Uttar Pradesh Chief Secretary Rajendra Kumar Tiwari* reaches Supreme Court along with other senior officials. They will meet Chief Justice of India, Ranjan Gogoi today ahead of Ayodhya verdict. https://t.co/K6ecX3ztIh pic.twitter.com/ZwcYdhfzQ6
— ANI (@ANI) November 8, 2019
सुबह 11.10 बजे: यूपी के मुख्य सचिव और डीजीपी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं. थोड़ी देर में सीजेआई रंजन गोगोई अपने चैंबर में यूपी के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात करेंगे. अयोध्या मामले में फैसला देने से पहले यूपी कि कानून व्यवस्था पर बात करेंगे.
सुबह 10.55 बजे: अयोध्या में 28 दिसंबर तक प्रतिबंधात्मक आदेश के साथ बेहद चिंताजनक स्थिति बनी हुई है. किसी भी प्रकार के विजय उत्सव या शोक जुलूस पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है.
सुबह 10.40 बजे: चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने यूपी के अधिकारियों को आज दोपहर 12 बजे मीटिंग के लिए बुलाया है.
सुबह 10.25 बजे: सीजीआई और यूपी के अधिकारियों के बीच सुरक्षा को लेकर मीटिंग होगी और ग्राउंड पर क्या स्थिति है इस पर चर्चा होगी.
सुबह 10.10 बजे: भारत के मुख्य न्यायाधीश संभावित अयोध्या फैसले से पहले आज उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मिलेंगे.
Chief Justice of India to meet Uttar Pradesh Chief Secretary, Director General of Police & other senior police officials today over preparedness ahead of probable Ayodhya verdict.
— ANI (@ANI) November 8, 2019
Also read, ये भी पढ़ें: Ayodhya Ram Mandir Babri Masjid Verdict date: अयोध्या रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद फैसले से पहले 2 हेलीकॉप्टर किसी भी इमरजेंसी के लिए तैयार
https://www.youtube.com/watch?v=mkf_SQ2Cp7E&t=4s