नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। यहां 22 जनवरी 2024 को दोपहर 12:30 बजे रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इस दौरान राम मंदिर के उद्घाटन के लिए करीब 8000 विशिष्ट मेहमानों को निमंत्रण भेजा गया है। साथ ही सुरक्षा के लिहाज से कई कड़े नियम बनाए गए हैं। दरअसल, प्राण प्रतिष्ठा के दिन प्रवेश करने को लेकर निवेदन पत्र में कुछ महत्वपूर्ण बिंदु दिए गए हैं। इन बिंदुओं का पालन करने पर ही मंदिर में जाने की आज्ञा दी जाएगी।
राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में इन चीजों को नहीं मिलेगी एंट्री
राम लला की प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन, मंदिर में मोबाइल, पर्स, गैजेट्स, रिमोट वाली चाबी ले जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
बड़े संतजनों का छत्र, बंवर, झोली, निजी पूजा के लिए ठाकुर जी, सिंहासन, गुरु पादुकाएं जैसी चीज़ों को कार्यक्रम स्थल पर ले जाना वर्जित रहेगा।
प्राण प्रतिष्ठा के लिए बनाए गए नियम
- प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने वाले अतिथियों को 22 जनवरी के दिन सुबह 11.00 बजे से पहले कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश करना होगा।
- सुरक्षा के मद्देनजर, अगर किसी संत महापुरुष के साथ कोई सुरक्षाकर्मी होगा तो उन्हें भी कार्यक्रम स्थल से बाहर रुकना होगा।
- इस दौरान जिसके नाम से निमंत्रण पत्र भेजा गया है सिर्फ उसे ही मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति होगी। जबकि साथ आए सेवक या शिष्यों को कार्यक्रम स्थल पर जाने की अनुमति नहीं होगी।
- राम मंदिर में मुख्य यजमान पीएम नरेंद्र मोदी के मंदिर परिसर से चले जाने के बाद ही संतजनों को राम लला के दर्शन की अनुमति दी जाएगी।
- राम मंदिर के उद्घाटन के समय भारतीय परंपरा के अनुसार पुरुष धोती, गमछा, कुर्ता-पजामा और महिलाएं सलवार सूट या साड़ी में जा सकती हैं। हालांकि, राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से किसी भी प्रकार का कोई ड्रेस कोड लागू नहीं किया गया है।
- राम मंदिर के उद्घाटन के समय सिर्फ निमंत्रण पत्र और जिनके पास ड्यूटी के पास होंगे उन्हें ही अयोध्या में प्रवेश दिया जाएगा।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। जिसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।)
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