Ayodhya Ram Mandir SC Bench: अयोध्या राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद में सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक बेंच सुनवाई कर रही है. 10 जनवरी को सुनवाई के दौरान मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने जस्टिस यूयू ललित पर सवाल उठाए थे, जिसके बाद उन्होंने खुद को सुनवाई से अलग कर लिया था. इसके बाद चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा था कि मामले में नई बेंच का गठन किया जाएगा.
नई दिल्ली. अयोध्या राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में नई बेंच का गठन शुक्रवार को कर दिया गया. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने जस्टिस अब्दुल नजीर और जस्टिस अशोक भूषण को बेंच में शामिल किया है. मामले की सुनवाई 29 जनवरी को होनी है. 10 जनवरी को सुनवाई के दौरान आपत्ति उठाए जाने के बाद जस्टिस यूयू ललित ने खुद को इस मामले से अलग कर लिया था. मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने कहा था कि अयोध्या केस से जुड़े एक मामले में बतौर वकील यूयू ललित साल 1994 में कल्याण सिंह की ओर से पेश हुए थे.
अयोध्या मामले की सुनवाई के लिए सीजेआई रंजन गोगोई की अगुआई में संवैधानिक पीठ का गठन किया गया है. इसमें पहले जस्टिस शरद अरविंद बोबडे, जस्टिस एनवी रमन्ना, जस्टिस यूयू ललित और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ को शामिल किया गया था. लेकिन जस्टिस यूयू ललित के सुनवाई से अलग होने के बाद सीजेआई ने नई बेंच के गठन की बात कही थी. अब इस बेंच में जस्टिस अब्दुल नजीर और जस्टिस अशोक भूषण को शामिल किया गया है.