Ayodhya Ram Janmabhumi Case: बीजेपी सांसद और पूर्व राजकुमारी दीया कुमारी ने खुद को बताया भगवान राम का वंशज, जानिए उनके दावे का सच

Ayodhya Ram Janmabhumi Case: अयोध्या राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई के दौरान राजस्थान के राजसमंद से बीजेपी सांसद और जयपुर पूर्व राजघराने की सदस्य दीया कुमारी ने खुद के भगवान राम का वंशज होने का दावा किया है. पूर्व राजकुमारी दीया कुमारी ने मनुस्मृति और जयपुर स्थित सिटी पैलेस में मौजूद प्राचीन दस्तावेजों के आधार पर अपने परिवार को भगवान श्रीराम के बेटे कुश का वंशज बताया है. साथ ही दावा किया गया है कि जयपुर के पूर्व महाराजा सवाई जयसिंह ने 1700 ईस्वी में अयोध्या में राम मंदिर का पुनर्निर्माण कराया था. आइए जानते हैं कि दीया कुमारी के इस दावे का पूरा सच क्या है?

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Ayodhya Ram Janmabhumi Case: बीजेपी सांसद और पूर्व राजकुमारी दीया कुमारी ने खुद को बताया भगवान राम का वंशज, जानिए उनके दावे का सच

Aanchal Pandey

  • August 11, 2019 10:29 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 years ago

जयपुर. भारतीय जनता पार्टी सांसद और पूर्व राजघराने की सदस्य दीया कुमारी ने भगवान श्रीराम के वंशज होने का दावा किया है. राजसमंद से बीजेपी सांसद दीया कुमारी ने मनुस्मृति और पुराने दस्तावेजों के हवाले से अपने परिवार को भगवान राम का वंशज बताया है. पूर्व राजकुमारी दीया कुमारी का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या जमीन विवाद मामले में सुनवाई के दौरान पूछा कि भगवान राम के वंशज कहां हैं? उन्होंने बताया कि पूरी दुनिया में भगवान राम के वंशज मौजूद हैं और उनका परिवार भी राम के बेटे कुश का वंशज है. दीया कुमारी के इस बयान से एक बार फिर राम मंदिर का मसला देशभर में चर्चा का विषय बन गया है. सोशल मीडिया पर कुछ लोग दीया कुमारी के दावे से सहमत हैं तो वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो इसे महज ढकोसला बता रहे हैं. ऐसे में आपके मन में भी सवाल होगा कि आखिर दीया कुमारी के दावे का सच क्या है?

कौन हैं दीया कुमारी?
दीया कुमारी वर्तमान में राजस्थान के राजसमंद से सांसद हैं. वे जयपुर पूर्व राजघराने की सदस्य हैं और पूर्व महाराज सवाई भवानी सिंह और पूर्व महारानी पद्मिनी देवी की बेटी हैं. अपनी दादी और पूर्व राजमाता गायत्री देवी के नक्शेकदम पर उन्होंने साल 2013 में राजनीति में कदम रखा था.

उन्होंने 2013 में हुए राज्य विधानसभा चुनाव से पहले जयपुर में आयोजित एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समक्ष बीजेपी जॉइन की थी. इसके बाद उन्हें विधानसभा चुनाव में टिकट मिला और वे सवाई माधोपुर से जीत कर विधानसभा पहुंची थीं. इस साल हुए लोकसभा चुनाव में उन्हें पार्टी ने राजसमंद लोकसभा सीट से टिकट दिया और वे जीत कर संसद पहुंचीं.

राम के वंशज को लेकर क्या है दीया कुमारी का दावा?

बीते शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद मामले में सुनवाई के दौरान जस्टिस बोबडे ने रामलला विराजमान पक्ष के वकील परासर से पूछा था कि क्या भगवान राम के परिवार के कोई वंशज इस दुनिया में मौजूद हैं? इसके बाद दीया कुमारी ने मोर्चा संभाला और अपने पूर्व राजपरिवार के पास मौजूद मनुस्मृति और पुराने दस्तावेजों के अंशों के आधार पर खुद को भगवान राम का वंशज बताया.

दीया कुमारी का कहना है, “भगवान श्रीराम सभी की आस्था के प्रतीक हैं. हमारी मंशा है कि राम मंदिर मामले की सुनवाई तेजी से हो और शीर्ष अदालत जल्द अपना फैसला सुनाएं. दुनियाभर में भगवान श्रीराम के वंशज हैं और इसमें मैं और मेरा परिवार भी शामिल हैं. हम भगवान श्रीराम के पुत्र कुश के वंशज हैं”.

क्या है दीया कुमारी के दावे का सच?

जयपुर राजघराने की पूर्व राजकुमारी दीया कुमारी ने अपने पूर्वजों के द्वारा रखे गए दस्तावेजों के आधार पर खुद को भगवान राम का वंशज बताया है. जयपुर स्थित सिटी पैलेस में ये दस्तावेज मौजूद हैं.

यह पहली बार नहीं है कि दीया कुमारी के परिवार की ओर से राम के वंशज होने का दावा किया गया है. दरअसल उनका परिवार सालों से खुद को भगवान श्रीराम का वंशज बताता आया है. दीया कुमारी की मां और पूर्व महारानी पद्मिनी देवी ने भी सालों पहले एक टीवी इंटरव्यू में खुद को भगवान राम का 310वां वंशज बताया था.

सिटी पैलेस में मौजूद इन दस्तावेजों में रघुवंश की सभी पीढ़ियों के नाम लिखे गए हैं. जिसमें 62वें नंबर पर भगवान राम के पिता दशरथ का नाम है. जबकि श्रीराम खुद रघुवंश के 63वें वंशज हैं. इसके बाद 64वें नंबर पर राम के पुत्र कुश का नाम लिखा हुआ है. इस तरह से इन दस्तावेजों में रघुवंश की सभी पीढ़ियों के नामों का उल्लेख है.

महाराजा जयसिंह ने कराया था राममंदिर का निर्माण?

सिटी पैलेस में रखे इन दस्तावेजों के साथ अयोध्या में पूर्व में मौजूद राम मंदिर का एक पुराना नक्शा भी रखा गया है. जिसमें पूर्व में भगवान राम के जन्म स्थान पर सरयू नदी के पास बने राम मंदिर का उल्लेख है. जयपुर पूर्व राजपरिवार का दावा है कि महाराजा जयसिंह ने 1700 ईस्वी में अयोध्या में राम मंदिर का पुनर्निर्माण कराया था और यह नक्शा भी उसी समय का है.

पूर्व राजपरिवार के मुताबिक राम मंदिर का पुराना नक्शा और राम के वंश से जुड़े इन दस्तावेजों को सवाई जयसिंह ने संग्रहित कराया था. इन दस्तावेजों के आधार पर ही दीया कुमारी खुद को और उनके परिवार को भगवान राम का वंशज बता रही हैं. हालांकि कुछ इतिहासकार भी इन दस्तावेजों के आधार पर भगवान राम के वंश की मौजूदगी की बात करते आए हैं.

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