लखनऊ: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद से अलग-अलग प्रदेश के मुख्यमंत्री अयोध्या पहुंच रहे हैं. इसी क्रम में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी आज अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ अयोध्या पहुंचे. उन्होंने अयोध्या और उत्तराखंड के रिश्ते का जिक्र महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पर ही किया और पुराने यादों को याद करते हुए […]
लखनऊ: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद से अलग-अलग प्रदेश के मुख्यमंत्री अयोध्या पहुंच रहे हैं. इसी क्रम में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी आज अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ अयोध्या पहुंचे. उन्होंने अयोध्या और उत्तराखंड के रिश्ते का जिक्र महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पर ही किया और पुराने यादों को याद करते हुए कहा कि रामलला पहले टेंट में हुआ करते थे. पुष्कर धामी ने आगे कहा कि जब मैं लखनऊ विश्वविद्यालय में पढ़ता था तब अयोध्या आता था और देखता था कि रामलला टेंट में है. हमलोग गौरवान्वित है कि आज राम युग आ गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने श्री राम के रिश्ते का जिक्र करते हुए कहा कि उत्तराखंड से मां सरयू निकलती है और अयोध्या पहुंचती है. श्री राम ने उत्तराखंड में ही पितृ यज्ञ किया था. इसीलिए अयोध्या और उत्तराखंड में गहरा संबंध है. इसीलिए अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से उत्तराखंड के लोग काफी उत्साहित हैं, क्योंकि उत्तराखंड में देवभूमि है. हर राम भक्त यही चाहता है कि भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा हो और उनका भव्य मंदिर बने, जहां उन्होंने जन्म लिया है. उत्तराखंड से वैसे भी मां सरयू निकलकर अयोध्या पहुंचती हैं. देवप्रयाग में रघुनाथ मंदिर है, जहां भगवान राम ने पितृ यज्ञ किया था. उत्तराखंड निवासियों से बहुत गहरा संबंध है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि हमने यूपी सरकार से अनुरोध किया है कि अगर यहां हमें जमीन दे देंगे तो हम जल्द यहां पर उत्तराखंड सदन बनाएंगे. जिससे उत्तराखंड से आने वाले लोगों को यहां पर किसी तरह की दिक्कत न हो, यहां लोग आएंगे और जाएंगे तो अच्छा संबंध बना रहेगा।
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