नई दिल्ली, एक ओर, जहाँ राजधानी में रोड टैक्स बढ़ाया जा रहा है. वहीं, दूसरी और, पेट्रोल-डीज़ल, सीएनजी-पीएनजी की बढ़ती कीमतों पर सब्सिडी और किराया दरों में संशोधन की मांग को लेकर ऑटो चालक, टैक्सी चालक व अन्य वाहन चालक हड़ताल पर हैं. हालांकि सोमवार को हड़ताल का हिस्सा रहे ऑटो-रिक्शा और पीली-काली टैक्सी यूनियन ने दिल्लीवासियों को राहत देते हुए अपना आंदोलन स्थगित करने का फैसला किया था, लेकिन मंगलवार को भी राजधानी के ज्यादातर हिस्सों में ये हड़ताल जारी है.
टैक्सी चालक, ऑटो चालकों द्वारा की जा रही इस हड़ताल पर ऐप-बेस्ड कैब एग्रीगेटर्स से जुड़े चालकों का प्रतिनिधित्व करने वाले सर्वोदय ड्राइवर वेलफेयर एसोसिएशन दिल्ली के अध्यक्ष रवि राठौर ने कहा कि हड़ताल जारी रखने या स्थगित करने पर फैसला शाम को लिया जाएगा. राठौर ने आगे बताया कि, “ओला, उबर कैब आज सड़कों पर नहीं चलने वाली हैं, हम अपनी मांगों के लिए दबाव बनाने के लिए दिन में बाद में जंतर-मंतर पर भी विरोध प्रदर्शन करने वाले हैं. और शाम को विरोध के बाद हड़ताल जारी रखने या स्थगित करने पर फैसला लिया जाएगा.
ऐप-बेस्ड कैब, ऑटो और टैक्सी क्योंकि सड़कों से दूर रहीं ऐसे में कई लोगों को सवारी वाहन की अनुपलब्धता और बढ़ी कीमतों के कारण सड़क पर कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
महंगाई इस समय अपने चरम पर है, रोज़मर्रा के ज़रूरत की चीज़ों के दाम आसमान छू रहे हैं. वहीं, मार्च महीने में लगातार तीसरी बार खुदरा महंगाई दर आरबीआई के टार्गेट रेंज से ज्यादा रही. बता दें आरबीआई ने सरकार को खुदरा महंगाई दर 2-6 फीसदी के बीच सीमित रखने को कहा है. ऐसे में, मार्च महीने की महंगाई दर का आंकड़ा काफी अहम है क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक नीतिगत दरों की समीक्षा के समय खुदरा महंगाई के आंकड़े को भी ध्यान में रखता है.
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