नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में छापेमारी के दौरान केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हालिया हमला के संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से जवाब मांगा है। पश्चिम बंगाल सरकार के कुछ मंत्री इसे घटना को जन आक्रोश से जोड़कर पेश किया है। 5 जनवरी को हुआ […]
नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में छापेमारी के दौरान केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हालिया हमला के संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से जवाब मांगा है। पश्चिम बंगाल सरकार के कुछ मंत्री इसे घटना को जन आक्रोश से जोड़कर पेश किया है।
5 जनवरी को ईडी की टीम राज्य की राशन प्रणाली में कथित घोटले के संबंध में संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख के आवास पर छापेमारी करने पहुंची थी। उस वक्त शेख के सैकड़ों समर्थकों ने उस पर हमला कर दिया। इस हमले में ईडी के तीन अधिकारी जख्मी हो गए थे। हमले के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने कहा था कि तलाशी के दौरान एक परिसर में ईडी टीम और सीआरपीएफ कर्मियों पर 800-1000 लोगों की भिड़ ने जान लेने के इरादे से हमला किया। ये लोग लाठी, पत्थर और ईंट हमला किया था।
ईडी अधिकारियों ने यह भी आरोप लगाया था कि हिंसक भीड़ ने जांच अधिकारियों के निजी और आधिकारिक सामान जैसे कि उनके मोबाइल फोन, लैपटॉप, नकदी, वॉलेट आदि भी छीन लिए, या लूट लिए लिए थे और एजेंसी के कुछ वाहनों को बुरी तरह नष्ट कर दिया था। ईडी पर हुए हमले को लेकर बंगाल के कृषी मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याया ने मंगलवार को कहा कि देश में ऐसी घटनाएं और होगी। इस पर भाजपा सांसद दिलीप घोष ने कहा कि लोगों को बचाने के लिए तृणंमूल सरकार को सतता से उखाड़ फेंकना चाहिए।