Advertisement
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • Atiq Murder: शाइस्ता परवीन को लेकर बड़ा खुलासा, अतीक के जनाजे में चोरी-छिपे शामिल हुई थी लेडी डॉन

Atiq Murder: शाइस्ता परवीन को लेकर बड़ा खुलासा, अतीक के जनाजे में चोरी-छिपे शामिल हुई थी लेडी डॉन

प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड मामले में फरार 50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन के बारे में हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि शाइस्ता परवीन की अपने पति माफिया अतीक अहमद और देवर अशरफ की हत्या के अगले दिन उनके जनाजे में चोरी छिपे शामिल हुई थी। सूत्रों से पता […]

Advertisement
Atiq Ahmed murder case
  • May 6, 2023 11:36 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड मामले में फरार 50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन के बारे में हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि शाइस्ता परवीन की अपने पति माफिया अतीक अहमद और देवर अशरफ की हत्या के अगले दिन उनके जनाजे में चोरी छिपे शामिल हुई थी। सूत्रों से पता चला है कि यहां वह अतीक के वफादार जफरउल्लाह के खुल्दाबाद स्थित घर में ठहरी थी।

इतना ही नहीं उसके साथ उमेश पाल हत्याकांड मामले का ही एक अन्य आरोपी 5 लाख का इनामी साबिर भी था। हालांकि पुलिस को भनक लगते ही, दोनों वहां से निकल गए थे। बता दें कि इस बात का खुलासा जफरउल्लाह के बेटे आतिन जफर ने पुलिस से पूछताछ होने पर किया है.

जानें कौन है आतिन?

दरअसल आतिन अतीक के बेटे असद अहमद का दोस्त है और उसके साथ ही लखनऊ में रहता था। उमेश पाल मर्डर केस के बाद पुलिस के डर से वह खुल्दाबाद स्थित अपने घर भाग आया था। मिली जानकारी के मुताबिक पूछताछ में आतिन ने बेहद हैरान कर देने वाला राज खोला है।

पुलिस द्वारा हुई पूछताछ में आतिन ने बताया है कि 15 अप्रैल को अतीक-अशरफ की हत्या के अगले दिन फरार चल रही शाइस्ता परवीन खुल्दाबाद स्थित उसके घर पहुंची थी। इतना ही नहीं उमेश पाल हत्याकांड मामले में शामिल इनामी साबिर भी था। वहीं दोनों हुलिया बदलकर अतीक और अशरफ के जनाजे में शामिल होने के लिए कसारी -मसारी स्थित कब्रिस्तान भी जाने वाले थे। हालांकि भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी की जानकारी मिलते ही दोनों ने अपना इरादा बदल दिया।

कर्नाटक चुनाव: बजरंग दल बैन के वादे पर बढ़ा विवाद, BJP नेता ईश्वरप्पा ने जलाया कांग्रेस का घोषणा पत्र

कर्नाटक चुनाव: घोषणा पत्र में कांग्रेस का बड़ा ऐलान- बजरंग दल, PFI जैसे संगठन करेंगे बैन

Advertisement