Atal Bihari Vajpayee Memorial: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज स्वर्गीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के 94वें जन्मदिन के मौके पर सदैव अटल स्मारक स्थल का उद्घाटन किया. उनके साथ इस मौके पर राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी.
नई दिल्ली. आज स्वर्गीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के 94 वें जन्मदिन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके स्मारक का उद्घाटन किया. इसके उद्घाटन समारोह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा कई दिग्गज नेता भी पहुंचे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने इस मौके पर स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी. उनके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी श्रद्धांजलि दी. इन सभी के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी सदैव अटल स्मारक स्थल पर पहुंचे और स्वर्गीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजली दी.
स्मारक की बात करें तो सदैव अटल नाम से बने इस स्मारक को राष्ट्र को समर्पित किया गया. ये स्मारक राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर राजघाट के नजदीक बना है. इसको अटल स्मृति न्यास संस्था ने विकसित किया है. स्मारक के लिए राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर मौजूद खाली जमीन आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा उपलब्ध करवाई गई. जमीन मिलने के बाद स्मारक का निर्माण सीपीडब्ल्यूडी ने करवाया. इसमें 10.51 करोड़ रुपये की लागत लगी. स्मारक 1.5 एकड़ जमीन पर है. इसी जगह पर 17 अगस्त को अटल बिहारी वाजपेयी का अंतिम संस्कार किया गया था.
Delhi: PM Narendra Modi pays tribute to #AtalBihariVajpayee at Rashtriya Smriti Sthal. Today is Vajpayee's 94th birth anniversary pic.twitter.com/4bLk9llaru
— ANI (@ANI) December 25, 2018
Delhi: Dr.Manmohan Singh arrives at a prayer meeting of #AtalBihariVajpayee at Rashtriya Smriti Sthal. He was received by BJP President Amit Shah. Today is Vajpayee's 94th birth anniversary pic.twitter.com/v7uVuRP6WR
— ANI (@ANI) December 25, 2018
स्मारक की नौ नक्काशी की हुई दीवारें अटल बिहारी वाजपेयी की कवि, मानवतावादी और महान नेता की छवि को दिखाती हैं. इन दीवारों में उनकी कविताएं अंकित हैं. ये एक गोलाकार कमल के आकार में बनी हैं. समाधि के चारों तरफ कमल के फूल की आकृतियां बनी हैं और बीच में दीपक की शक्ल है. खास बात ये है कि सदैव अटल स्मारक निर्माण के लिए एक भी पेड़ नहीं काटा गया और इसपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद अटल जी का परिचय लिखा है.