Atal Bihari Vajpayee death: अखबारों के फ्रंट पेज पर दिखा अटल बिहारी वाजपेयी के जाने का दर्द

पूर्व प्रधानमंत्रीअटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर सारा राष्ट्र शोक में डूबा हुआ है. ऐसे में देश के बड़े अखबारों ने उनके निधन की दुखद जानकारी जिन हेडलाइन के साथ थे वे सभी काफी प्रभावी और शानदार थीं. जहां हिंदी अखबारों ने वाजपेयी की प्रसिद्ध कविताओं से उन्हें श्रद्धांजलि दी वहीं अंग्रेजी की अखबारों ने उन्हें लीजेंड, स्टेट्समैन और जेंटलमैन जैसे शब्दों से नवाजा है.

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Atal Bihari Vajpayee death: अखबारों के फ्रंट पेज पर दिखा अटल बिहारी वाजपेयी के जाने का दर्द

Aanchal Pandey

  • August 17, 2018 2:41 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

नई दिल्ली. देश के पूर्व प्रधानमंत्री और जाने माने कवि अटल बिहारी वाजपेयी का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया है. जहां उनके निधन से सारा देश शोक में डूबा हुआ है वहीं अलग-अलग हिंदी और अंग्रेजी के अखबारों ने इस दुखद समाचार की जानकारी अपने-अपने अंदाज में दी. शुक्रवार सुबह अधिकतर अखबारों की हेडलाइन मानो वाजपेयी के व्यक्तित्व और उनके गुजरने से राष्ट्र को हुए नुकसान को परिभाषित करती दिखाई पड़ी. जहां हिंदी अखबारों ने वाजपेयी की प्रसिद्ध कविताओं से उन्हें श्रद्धांजलि दी वहीं अंग्रेजी की अखबारों ने उन्हें लीजेंड, स्टेट्समैन और जेंटलमैन जैसे शब्दों से नवाजा है.

राजस्थान पत्रिका ने लिखा- ‘अटल मैं जी भर जिया… लौटकर आऊंगा’ तो दैनिक भास्कर ने अखबार के टॉप पर वाजपेयी की तस्वीर लगाकर हेडलाइन में लिखा- ‘जी गए अटलजी’. इसके अलावा हिंदी अखबार हिंदुस्तान ने लिखा ‘अनंत यात्रा पर अटल’ वहीं अमर उजाला ने अटल जी की कविता ‘मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं, लौटकर आऊंगा कूच  से क्यों डरूं’ को हेडलाइन बनाया. अखबार दैनिक जागरण ने लिखा ‘राजनीति के अटल युग का अवसान’. प्रभात खबर ने अपने अखबार का पूरे पहले पन्ने पर अटल जी की शानदार तस्वीर छापकर लिखा ‘थम गई अटल यात्रा’.

जनसत्ता अखबार ने अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर लिखा- एक युग ने ली अंतिम सांस तो वहीं हरिभूमि ने अमर उजाल की ही तरह अटल जी की शानदार कविता कविता ‘मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं, लौटकर आऊंगा कूच  से क्यों डरूं’ को हेडलाइन में लिया.

अंग्रेजी अखबारों को देखें तो  द एशियन एज ने लिखा Atal bids adieu, end of an era यानि ‘अटल ने कहा अलविदा, हुआ एक युग का अंत’, साथ ही द एकोनामिक टाइम्स की हेडलाइन देखें तो लिखा है- Bharat loses a Ratna यानि ‘खो दिया भारत ने एक रत्न’. एक अन्य अंग्रेजी अखबार द पॉयनीयर ने लिखा- A Titan’s journey ends जिसका अर्थ है- खत्म हुई एक महान व्यक्ति की यात्रा. 

डेक्कन क्रोनिकल ने अपनी हेडलाइन में लिखा- A Colossus passes away gently जिसका मतलब है ‘आहिस्ता से चले गया एक महापुरुष’. द स्टेट्समैन ने लिखा- End of an Era यानि ‘एक सदी का अंत’ तो बिजनेस लाइन ने लिखा- The peacemaker departs जिसका हिंदी अर्थ है- ‘गुजर गया शांति लाने वाला’

हिंदुस्तान टाइम्स ने अपने पहले पेज की हेडलाइन में लिखा Politics loses its poetry यानि ‘राजनीति ने खो दी अपनी कविता’ , द टाइम्स ऑफ इंडिया ने लिखा PM, Poet, Statesman, Gentleman जिसका मतलब है- प्रधानमंत्री, कवि, राजनेता और सज्जन तो द इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा- A Nations’s Loss यानि ‘राष्ट्र की हानि’. द हिंदू ने अटल जी के निधन पर हेडसाइन में लिखा- Vajpayee, BJP’s gentle colossus fades away ‘बीजेपी के सज्जन महापुरुष वाजपेयी  गुजर गए’. डीएनए ने लिखा- Era of Atal ends यानि- अटल युग का अंत.

 

द पॉलिटिकल बिजनेस डेली ने अटल जी के निधन पर लिखा- At Last, Atal Loses battle for life- आखिरकार जिंदगी से जंग हार गए अटल. वहीं फाइनेंशियल एक्सप्रेस ने एक शानदार हेडलाइन देते हुए लिखा- A Legend ends यानि एक किंंवदंती का अंत.

  

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