नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव के कुछ हफ्ते पहले असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा और एआईयूडीएफ के अध्यक्ष बदरुद्दीन अजमल के बीच ठन गई है। सीएम हिमंत ने बदरुद्दीन अजमल के द्वारा दिए गए शादी वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर उन्हें शादी करनी है तो चुनाव से पहले कर लें नहीं […]
नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव के कुछ हफ्ते पहले असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा और एआईयूडीएफ के अध्यक्ष बदरुद्दीन अजमल के बीच ठन गई है। सीएम हिमंत ने बदरुद्दीन अजमल के द्वारा दिए गए शादी वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर उन्हें शादी करनी है तो चुनाव से पहले कर लें नहीं तो फिर उनकी गिरफ्तारी होगी। सीएम हिमंता ने कहा कि ऐसा इसलिए क्योंकि चुनाव के बाद समान नागरिक संहिता लागू हो जाएगी और बहुविवाह अवैध हो जाएगा।
दरअसल बदरुद्दीन अजमल धूबरी निर्वाचन क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं और उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग ने कहा था कि मैं बूढ़ा हो गया हूं लेकिन मेरे पास अभी भी इतनी ताकत है कि मैं शादी कर सकता हूं। यदी मुख्यमंत्री न चाहे तो भी मैं ऐसा कर सकता हूं। यह ताकत मेरे पास है।
दरअसल समान नागरिक संहिता कानूनों के एक समूह को संदर्भित करती है जो सभी भारतीय नागरिकों पर लागू होते हैं। विवाह, तलाक, विरासत और गोद लेने सहित अन्य व्यक्तिगत मामलों से निपटने में धर्म पर आधारित नहीं होते हैं। हिमंत सरमा ने बार-बार कहा है कि उनकी सरकार समान नागरिक संहिता पर कानून बनाएगी। जानकारी दे दें कि पिछले महीने उत्तराखंड विधानसभा द्वारा यूसीसी विधेयक पारित किए जाने के बाद उनकी टिप्पणियां बढ़ गई हैं।