गुवाहाटी। असम के लोग पिछलें कुछ समय से लगातार बाढ़ के प्रकोप झेल रहे. हालांकि रविवार को इसमें कमी आई है. बता दें कि असम में अब तक बाढ़ की वजह से 22 जिलों के 21 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक, कछार जिले के मुख्यालय शहर सिलचर […]
गुवाहाटी। असम के लोग पिछलें कुछ समय से लगातार बाढ़ के प्रकोप झेल रहे. हालांकि रविवार को इसमें कमी आई है. बता दें कि असम में अब तक बाढ़ की वजह से 22 जिलों के 21 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक, कछार जिले के मुख्यालय शहर सिलचर में हालात अब भी गंभीर बने हुए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि असम में बाढ़ से अब तक करीब 126 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं सैकड़ों लोग लापता बताए जा रहे हैं. हालांकि, असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की माने तो, रविवार को कछार,दरांग, बारपेटा, करीमगंज समेत मोरीगांग के विभिन्न स्थानों में 5 लोगों की डूबने से मौत हो गई. वहीं, दो जिलों में 2 लोगों के लापता होने की सूचना मिली है. जानकारी के मुताबिक, बक्सा, बालाजी, धुबरी, धेमारी, गोलाघाट, सोनितपुर, नलबाड़ी, तमुलपुर समेत अन्य कुछ जिलों से 22,21,500 से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.
बता दें कि कछार जिले के मुख्यालय शहर सिलचर का सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने दो बार दौरा किया है. इस दौरान उन्होंने राहत और बचाव कार्यों की गंभीरता से समीक्षा की. सीएम बिस्वा ने कहा कि, राज्य सरकार ने 3 हजार 575 खाने के पैकेट गुवाहाटी और जोरहार से सिलचर पहुंचाए गए हैं.
मामले में नागांव उपायुक्त निसर्ग हिवारे ने सूचना देते हुए बताया कि, असम के नगांव जिले में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. “वहां लोगो को राहत सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है. जो भी राहत का सामान है वो सरकार की तरफ से निशुल्क दिया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि, हमने लोगों को 3 दिन की राहत सामग्री भेजी है और अब 5 दिनों के लिए राहत सामग्री पहुंचाने की तैयारी की जा रही है.
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