असम: हिमन्त कैबिनेट का विस्तार आज, दो विधायक लेंगे मंत्री पद की शपथ

असम: गुहावटी। असम की हिमन्त सरकार का आज कैबिनेट विस्तार होने वाला है। जिसमें भारतीय जनता पार्टी के दो विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे। जानकारी के मुताबिक ये समारोह दोपहर 3 बजे राजधानी गुवाहाटी के श्रीमंत शंकरदेव सभागार में होगा। बता दें कि ये हिमंत कैबिनेट का पहला फेरबदल है। कैबिनेट में अभी 14 […]

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असम: हिमन्त कैबिनेट का विस्तार आज, दो विधायक लेंगे मंत्री पद की शपथ

Vaibhav Mishra

  • June 9, 2022 8:37 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

असम:

गुहावटी। असम की हिमन्त सरकार का आज कैबिनेट विस्तार होने वाला है। जिसमें भारतीय जनता पार्टी के दो विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे। जानकारी के मुताबिक ये समारोह दोपहर 3 बजे राजधानी गुवाहाटी के श्रीमंत शंकरदेव सभागार में होगा। बता दें कि ये हिमंत कैबिनेट का पहला फेरबदल है।

कैबिनेट में अभी 14 सदस्य

असम के मुख्यमंत्री के रूप में हिमंत बिस्वा सरमा ने साल 2021 में शपथ ली थी। फिलहाल उनकी कैबिनेट में 14 सदस्य है। आज होने वाला विस्तार हिमंत कैबिनेट का पहला फेरबदल होगा। बता दें कि आज दो विधायकों के मंत्रीपद की शपथ लेने के बाद अभी बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन के मंत्रिमंडल में दो और बर्थ होंगे। असम में किसी भी सरकार के मंत्रिमंडल में अधिकतम 18 सदस्य हो सकते हैं। जानकारी के मुताबिक मंत्रिमंडल में और सदस्यों को शामिल किए जाने को लेकर अभी बीजेपी में चर्चा नहीं हो रही है।

दो विधायक लेंगे शपथ

विधानसभा चुनाव 2021 जीतकर बीजेपी लगातार दूसरी बार असम की सत्ता में काबिज हुई और हिमंत बिस्वा सरमा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनसे पहले केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनेवाल असम के मुख्यमंत्री थे। बता दें कि आज मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ लेने वालों में नलबाड़ी से विधायक जयंत मल्ला बरुआ और हाफलोंग विधायक नंदिता गोरलोसा का नाम शामिल है।

एक शादी करें मुस्लिम पुरूष- मुख्यमंत्री हिमंत

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा हमेशा अपनी बेबाक बयानबाजी को लेकर मीडिया में छाए रहते है। पिछले हफ्ते ही उन्होंने कहा था कि मुस्लिम पुरुष को तीन नहीं सिर्फ एक महिला से शादी करनी चाहिए। सरमा ने इसके साथ ही मुस्लिम समुदाय से तीन तलाक की बजाय कानूनी तलाक की प्रक्रिया अपनाने को भी कहा था। उन्होंने कहा था कि असम सरकार इस मामले में बिल्कुल स्पष्ट है कि कोई भी मुस्लिम पुरुष तीन महिलाओं से शादी ना करे।

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