दिसपुर: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और टाटा संस लिमिटेड के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने शनिवार को मोरीगांव जिले के जगीरोड में 27,000 करोड़ रुपये की सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्ट फैसिलिटी का भूमि पूजन किया.
दिसपुर: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और टाटा संस लिमिटेड के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने शनिवार को मोरीगांव जिले के जगीरोड में 27,000 करोड़ रुपये की सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्ट फैसिलिटी का भूमि पूजन किया. यह भारत की पहली स्वदेशी सेमीकंडक्टर असेंबली और परीक्षण सुविधा है. वहीं सरमा और चंद्रशेखरन दोनों ने देश के विभिन्न हिस्सों से आए पुजारियों के मंत्रोच्चार के बीच अनुष्ठान किया.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा सेमीकंडक्टर असेंबली और परीक्षण सुविधा के 3-डी मॉडल का अनावरण किया गया. वहीं सरमा ने पहले एक्स पर पोस्ट किया था कि जल्द ही जगीरोड में होने और संयंत्र का भूमिपूजन करके सेमीकंडक्टर सुविधा पर काम शुरू करने की उम्मीद है. मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने एक्स पर एक अन्य पोस्ट में कहा कि आज असम के लिए एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि सीएम हिमंतबिस्वा सरमा जगीरोड में टाटा सेमीकंडक्टर असेंबली और परीक्षण सुविधा का भूमि पूजन करेंगे. सीएमओ ने कहा कि एक बार चालू होने के बाद यह असम के औद्योगिक परिदृश्य को बदल देगा और विकास के एक नए युग की शुरुआत करेगा.
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस वर्ष 13 मार्च को वस्तुतः सुविधा की आधारशिला रखी थी. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि जगीरोड में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट में 27,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा और 30,000 से अधिक लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे. सुविधा का पहला चरण 2025 के मध्य तक चालू होने की उम्मीद है. कंपनी भविष्य में उन्नत पैकेजिंग प्रौद्योगिकियों के लिए रोडमैप का विस्तार करने की योजना के साथ तीन प्रमुख प्लेटफ़ॉर्म प्रौद्योगिकियों-वायर बॉन्ड, फ्लिप चिप और इंटीग्रेटेड सिस्टम पैकेजिंग (आईएसपी) नामक एक अलग पेशकश पर ध्यान केंद्रित करते हुए सुविधा का निर्माण करेगी.
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