जामा मस्जिद का यह सर्वे 19 नवंबर 2023 को संभल की स्थानीय अदालत के आदेश के तहत होना था। कोर्ट ने मस्जिद के इतिहास और संरचना की जांच के लिए एएसआई को सर्वे का निर्देश दिया था।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद के बीच आज 18 दिसंबर को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम का दौरा निर्धारित था, लेकिन इसे अचानक रद्द कर दिया गया। एएसआई ने दौरा रद्द करने का कारण टीम के एक सदस्य के परिवार में हुए निधन को बताया है। इस दौरे को लेकर प्रशासन ने पहले ही सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए थे।
जामा मस्जिद का यह सर्वे 19 नवंबर 2023 को संभल की स्थानीय अदालत के आदेश के तहत होना था। कोर्ट ने मस्जिद के इतिहास और संरचना की जांच के लिए एएसआई को सर्वे का निर्देश दिया था। इससे पहले, 24 नवंबर को मस्जिद में हुए एक सर्वे के दौरान तनावपूर्ण माहौल बन गया था और हिंसा भड़क गई थी। इस घटना में चार लोगों की जान चली गई थी। इसके बाद प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए कड़े कदम उठाए थे।
संभल की जामा मस्जिद मुगल काल की एक ऐतिहासिक धरोहर है, जो अपनी स्थापत्य कला और ऐतिहासिक महत्व के लिए जानी जाती है। विवाद तब शुरू हुआ जब कुछ लोगों ने दावा किया कि मस्जिद के स्थान पर पहले हरिहर मंदिर था। इस दावे के बाद मस्जिद का सर्वेक्षण कराने की मांग तेज हो गई। वहीं 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद राज्य सरकार ने न्यायिक आयोग का गठन किया, जिसकी अध्यक्षता इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति देवेंद्र कुमार अरोड़ा कर रहे हैं। आयोग को इस मामले में दो महीने के भीतर रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया गया है।
एएसआई का मुख्य उद्देश्य देश की ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण करना है। हालांकि, जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान उन्हें लगातार विरोध का सामना करना पड़ा है। मस्जिद प्रबंधन का कहना है कि एएसआई की टीम अक्सर निरीक्षण के लिए आती है, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला जाता। अब देखना यह है कि एएसआई का रद्द हुआ दौरा इस विवाद को सुलझाने में कितनी बाधा पैदा करेगा और मस्जिद का सर्वे कब और कैसे पूरा हो सकेगा।
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