लखनऊ। वाराणसी जिला कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद मामले में हिंदू-मुस्लिम दोनों पक्षों को एएसआई की सर्वे रिपोर्ट सौंप दी है। वहीं इस सर्वे रिपोर्ट को लेकर हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने मीडिया से बात करते हुए बड़ी जानकारी दी है। हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा कि एएसआई रिपोर्ट […]
लखनऊ। वाराणसी जिला कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद मामले में हिंदू-मुस्लिम दोनों पक्षों को एएसआई की सर्वे रिपोर्ट सौंप दी है। वहीं इस सर्वे रिपोर्ट को लेकर हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने मीडिया से बात करते हुए बड़ी जानकारी दी है। हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा कि एएसआई रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा ढांचे के निर्माण से पहले वहां एक बड़ा हिंदू मंदिर था और ये ASI का निर्णायक निष्कर्ष है। अब इस मामले को लेकर एएसआईएस प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाया है।
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने कहा कि ये रिपोर्ट पेशेवर पुरातत्वविदों या इतिहासकारों के किसी भी समूह के सामने अकादमिक जांच में टिक नहीं पाएगी। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट अनुमान पर आधारित है और ये वैज्ञानिक अध्ययन का मज़ाक उड़ाती है। ओवैसी ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जैसा कि एक महान विद्वान ने एक बार कहा था कि एएसआई हिंदुत्व की गुलाम है।
हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने बताया कि इसके साथ ही एएसआई रिपोर्ट के मुताबिक, इस सर्वे में कलाकृतियों शिलालेखों, वास्तुशिल्प अवशेषों, कला तथा मूर्तियों का अध्ययन किया गया। जिससे साफ पता चल रहा है कि मौजूदा ढांचे के निर्माण से पहले वहां पर एक हिंदू मंदिर मौजूद था। विष्णु जैन ने बताया कि एएसआई की 839 पन्नों वाली सर्वे रिपोर्ट की कॉपी गुरुवार की देर शाम कोर्ट द्वारा संबंधित पक्षों को दी गई।