श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को भारत लाने में केरल का ये शख्स बना मददगार, 4700 शवों को भिजवा चुके हैं उनके वतन

बॉलीवुड की चांदनी श्रीदेवी के शव को जब दुबई से भारत लाने की जद्दोजहद हो रही थी तो एक भारतीय ने उनके शव को भारत लाने में मदद की. अशरफ नाम के ये शख्स अशरफ अब तक 38 देशों के करीब 4700 शवों को उनके वतन वापस भिजवाने में मदद कर चुके हैं. उनके इस नेक काम के लिए उन्हें कई अवार्ड से नवाजा जा चुका है.

Advertisement
श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को भारत लाने में केरल का ये शख्स बना मददगार, 4700 शवों को भिजवा चुके हैं उनके वतन

Aanchal Pandey

  • February 28, 2018 4:53 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्लीः रूप की रानी कही जाने वाली बॉलीवुड की चांदनी यानी श्रीदेवी महज 54 साल की उम्र में ही दुनिया को अलविदा कह गई. पंचतत्व में विलीन होने जा रही सिनेमा जगत की जानी मानी अभिनेत्री का निधन दुबई के होटल में बाथटब में डूबने से हो गया था. उनके शव को भारत लाने में कई औपचारिकताएं पूरी करनी पड़ी तब मंगलवार देर रात उनका पार्थिव शरीर भारत आ पाया. लेकिन क्या आपको पता है कि उनका शव भारत भेजने में मदद करने में अहम भूमिका किसने निभाई. वो इंसान हैं ‘अशरफ’. जिनका पूरा नाम ‘अशरफ ‘शेरी’ तामारासेरी’ है.

44 साल के अशरफ केरल के रहने वाले हैं जो कि दुबई में रहते हैं. वे लोगों को दुबई में होने वाली कानूनी कागजी कार्रवाई में मदद करते हैं. अशरफ अब तक 38 देशों के करीब 4700 शवों को उनके वतन वापस भिजवाने में मदद कर चुके हैं. अशरफ बिना किसी कोई फीस लिए इस नेक काम को करते हैं. हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के अनुसार अशरफ ने द एसोसिएटिड प्रेस को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि ‘चाहे दुबई हो, शारजांह या फिर कोई भी अरब देश…गरीब हो या फिर पैसे वाले, उनके लिए सभी समान हैं.

अशरफ ने बताया कि ‘मंगलवार की रात श्रीदेवी के शव के साथ-साथ 5 अन्य लोगों के शवों को भी उनके वतन वापस भेजने में उन्होंने मदद की थी. पेशे से मैकेनिक शॉप के मालिक अशरफ का ज्यादातर समय इसी काम में बीतता है. इसके लिए उन्हें कई अवार्ड से नवाजा जा चुका है. उनका कहना है कि वह यह काम सिर्फ लोगों की दुआओं के लिए करते हैं. जब भी कोई विदेशी यहां मरता है तो उनके परिजनों को यह मालूम नहीं होता कि शव को वापस ले जाने के लिए क्या करना है। इसीलिए मैं उनकी मदद करता हूं.

यह भी पढ़ें- श्रीदेवी को उनकी पसंदीदा लाल और गोल्डन रंग की कांजीवरम साड़ी में दी गई आखिरी विदाई

श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को देख नहीं संभाल पाईं खुद को विद्या बालन, फूट-फूट कर रोईं

https://youtu.be/VvM2un5faSg

Tags

Advertisement