राजस्थान के अलवर में गोरक्षकों ने एक मुसलमान युवकी की हत्या कर दी थी. इस मामले में पुलिस भी सवालों के घेरे में आ गई है. ऐसी खबरें आ रही हैं कि पुलिस ने घायल को अस्पताल पहुंचाने से पहले गायों को शेल्टर होम पहुंचाया. इस मामले पर अबसदुद्दीन ओवैसी ने राजस्थान पुलिस पर हमला बोला है.
नई दिल्लीः अलवर में गोरक्षकों द्वारा की गई मुस्लिम युवक की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले में अब पुलिस भी सवालों के घेरे में आ गई है. ऐसे में अब एआईएमआईएम लीडर असदुद्दीन ओवैसी ने राजस्थान पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए उन पर हमला बोला है. इससे पहले भी इस मामले पर कह चुके हैं कि देश में मुसलमानों से ज्यादा गाय सुरक्षित हैं
उन्होंने कहा कि अलवर मामले मे पुलिस का रवैया कोई नया नहीं है, उन्होने टीलू खान मर्डर केस में भी इसी तरह का रवैया अपनाया था. उन्होेंने कहा कि राजस्थान पुलिस गाय के नाम पर हत्या करने या हिंसा फैलाने वालों का ससर्थन करती है. ये गोरक्षक और पुलिस दोनों मिले हुए हैं. इससे पहले भी उन्होंने देश भर में हो रहे मॉब लिंचिग के मामले पर सरकार पर हमला बोला था.
इससे पहले ओवैसी ने कहा था कि संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत गाय को जीने का मौलिक अधिकार है लेकिन इसके नाम पर मुसलमान की हत्या, उनके पास जीने का अधिकार नहीं हैं. देश में भर में बढ़ रही मॉब लिंचिग की घटनाओं को लेकर उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला था उन्होने केंद्र में शासित बीजेपी सरकार को लिंच राज करार दिया था.
वहीं इसके उलट केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने इस घटना को लेकर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने कहा कि जो मॉब लिंचिंग की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं, इसके पीछे का कारण जानना होगा. उन्होंने कहा था कि जैसे-जैसे मोदी जी की प्रसिद्धि बड़ रही है, इस तरह की घटनाओं को सामने लाकर उनकी पॉप्युलरिटी को कम करने की कोशिश की जा रही है.
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