ओवैसी ने राहुल गांधी को दिया हैदराबाद से चुनाव लड़ने का चैलेंज, बीजेपी पर भी साधा निशाना

नई दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद की एक रैली में रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हैदाराबाद से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए चुनौती दी। यही नहीं ओवैसी ने रैली में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस पर भाजपा के साथ मिलीभगत का आरोप भी लगाया। […]

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ओवैसी ने राहुल गांधी को दिया हैदराबाद से चुनाव लड़ने का चैलेंज, बीजेपी पर भी साधा निशाना

Arpit Shukla

  • September 25, 2023 8:51 am Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

नई दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद की एक रैली में रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हैदाराबाद से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए चुनौती दी। यही नहीं ओवैसी ने रैली में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस पर भाजपा के साथ मिलीभगत का आरोप भी लगाया।

ओवैसी का राहुल को चैलेंज

राहुल गांधी को चैलेंज करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैं आपके नेता को वायनाड से नहीं बल्कि हैदराबाद से चुनाव लड़ने की चुनौती देता हूं। उन्होंने कहा कि आप बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, जमीन पर आइए हम मुकाबला करेंगे। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के लोग बहुत बातें करेंगे, लेकिन मैं तैयार हूं। उन्होंने कहा जब बाबरी मस्जिद और सचिवालय की मस्जिद गिराई गई तब यही कांग्रेस थी।

ओवैसी ने विपक्षी पार्टियों पर  बोला हमला

हाल ही में संसद में महिला आरक्षण बिल पारित हुआ है, जिसमें एआईएमआईएम के अलावा सभी विपक्षी पार्टियों ने इस विधेयक के पक्ष में वोट दिया था। इसपर ओवैसी ने कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और आरजेडी का नाम लेकर उनपर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि तुमने पार्लियामेंट में मुसलमान का नाम तक नहीं लिया। कांग्रेस, लालू यादव की पार्टी आरजेडी और समाजवादी पार्टी संसद में मुसलमान का नाम लेने से डरते हैं। उन्होंने कहा कि मैंने खड़े होकर कहा ओबीसी और मुस्लिम महिलाओं को रिजर्वेशन मिलना चाहिए।

क्या है महिला आरक्षण बिल?

इस विधेयक से लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं को 33% आरक्षण दिया जाएगा। इसका मतलब कि लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं में एक तिहाई सीटें महिलाओं के लिए रहेंगी। हालांकि, जनगणना और परमीसन के बाद ही यह महिला आरक्षण बिल शायद 2029 के लोकसभा चुनाव तक लागू हो सकेगा। बता दें कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम को अब विधानसभाओं की मंजूरी की आवश्यकता होगी।

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