ईटानगर: स्थानीय पंचायत मेंबर सन बहादुर कहते हैं कि 75 साल हो गए हम इंतजार ही कर रहे हैं। 2013 में सड़क बनाने का काम शुरू हुआ। उम्मीद है तो लेकिन यह काम कब पूरा होगा पता नहीं। अरुणाचल प्रदेश के चालांग जिले के विजय नगर तहसील के लोग पिछले 75 वर्षों से एक अदद […]
ईटानगर: स्थानीय पंचायत मेंबर सन बहादुर कहते हैं कि 75 साल हो गए हम इंतजार ही कर रहे हैं। 2013 में सड़क बनाने का काम शुरू हुआ। उम्मीद है तो लेकिन यह काम कब पूरा होगा पता नहीं।
अरुणाचल प्रदेश के चालांग जिले के विजय नगर तहसील के लोग पिछले 75 वर्षों से एक अदद सड़क बनने का इंतजार कर रहे हैं, स्थानीय लोगों का कहना है कि पूरे देश के लोग आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं लेकिन उनके हिस्से आया तो केवल आश्वासन।
स्थानीय लोग कहते है कि अब जाकर कुछ उम्मीद जगी है। मिऊ-विजयनगर सड़क पर अब काम शुरू हुआ लेकिन सड़क बनकर कब तैयार होगी पता नहीं। अब स्थानीय माननियों ने जल्द सड़क पूरा करने का भरोसा दिया है। दरअसल यह नगर तीन तरफ से म्यांमार से घिरा हुआ है और चीनी सीमा भी करीब है।
विजयनगर केवल पैदल या हवाई मार्ग से पहुंच सकते है। यह अरुणाचल प्रदेश का 8वां उन्नत लैंडिंग ग्राउंड है जिसे भारतीय वायुसेना और भारतीय सेना द्वारा सितंबर 2019 में बड़े परिहवन विमानों की लैंडिंग की अनुमति देने के लिए अपग्रेड किया गया।
स्थानीय पंचायत मेंबर सन बहादुर कहते हैं कि 75 साल हो गए हम इंतजार ही कर रहे हैं। 2013 में सड़क बनाने का काम शुरू हुआ। लेकिन इसमें भी कई समस्याएं हैं। मिऊ से विजय नगर तक जो सड़क बन रही है उसके बीच में करीब 100 किलोमीटर नामदफा नेशलन टाइगर रिजर्व है। भगत क्षेत्री कहते हैं कि उम्मीद बंधी है लेकिन अभी भी समय लगेगा।
अरुणाचल पूर्व के सांसद तापिर गाव ने कहना है कि मिऊ-विजय नगर “करीब 157 किलोमीटर” सड़क पर काम बहुत तेजी से चल रहा है। सड़क नहीं होने से लोगों को कफी दिक्कत हो रही है। प्राकृतिक और पर्यावरण संबंधी मामलों के कारण बीच में ही काम रोकना पड़ा। मानता हूं कि लोगों को कफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस साल सितंबर तक हम विजय नगर के लोगों को सड़क मार्ग का राहत दे देंगे।