LAC पर चीन द्वारा बनाए गए कृत्रिम गांव चिंता का विषय नहीं हैं, ड्रैगन को लेकर आर्मी चीफ ने कही बड़ी बात

नई दिल्ली : भारत और चीन के बीच तनाव के बीच कूटनीतिक पक्ष से बातचीत जारी है। उम्मीद है कि LAC के मुद्दे पर ड्रैगन के साथ ये बातचीत सफल होगी। इन सबके बीच भारतीय सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने चीन को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि ड्रैगन के साथ आज भी […]

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LAC पर चीन द्वारा बनाए गए कृत्रिम गांव चिंता का विषय नहीं हैं, ड्रैगन को लेकर आर्मी चीफ ने कही बड़ी बात

Manisha Shukla

  • October 1, 2024 9:25 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 months ago

नई दिल्ली : भारत और चीन के बीच तनाव के बीच कूटनीतिक पक्ष से बातचीत जारी है। उम्मीद है कि LAC के मुद्दे पर ड्रैगन के साथ ये बातचीत सफल होगी। इन सबके बीच भारतीय सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने चीन को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि ड्रैगन के साथ आज भी हालात सामान्य नहीं हैं। चाणक्य डिफेंस डायलॉग में बोलते हुए सेना प्रमुख ने कहा, “जहां तक ​​चीन का सवाल है, यह लंबे समय से हमारे दिमाग में है।

चीन के साथ आपको प्रतिस्पर्धा, सहयोग, सह-अस्तित्व, टकराव और प्रतिस्पर्धा करनी है, तो आज स्थिति क्या है? यह स्थिर है, लेकिन यह सामान्य नहीं है और यह संवेदनशील है। हम चाहते हैं कि स्थिति अप्रैल 2020 से पहले जैसी हो, चाहे वह जमीन पर कब्जे की स्थिति हो या बनाए गए बफर जोन की या अब तक की गई पेट्रोलिंग योजना की।” उन्होंने आगे कहा, “इसलिए जब तक वह स्थिति ठीक नहीं हो जाती, जहां तक ​​हमारा सवाल है, स्थिति संवेदनशील बनी रहेगी और हम किसी भी तरह की इंसिडेंट का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। विश्वास सबसे बड़ा नुकसान बन गया है।” ‘LAC पर चीन द्वारा बनाए गए गांव चिंता का विषय नहीं हैं’

ड्रेगन का कृत्रिम पलायन गांव

उपेंद्र द्विवेदी ने कहा, “LAC पर चीन द्वारा बनाए गए गांव कृत्रिम पलायन हैं और वे बस्तियां बना रहे हैं। यह कोई बड़ी समस्या नहीं है। यह उनका देश है, वे जो चाहें कर सकते हैं लेकिन हम साउथ चाइना सी में जो देख रहे हैं। जब हम ग्रे जोन की बात करते हैं, तो शुरुआत में हमें मछुआरे जैसे लोग सबसे आगे दिखते हैं और उनकी रक्षा के लिए सेना आगे बढ़ती हैं। जहां तक ​​भारतीय सेना का सवाल है, हम पहले से ही ऐसे आदर्श गांव बना रहे हैं।”

‘भारत भी बेहतर आदर्श गांव बना रहा है’

उन्होंने आगे कहा, “इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि अब राज्य सरकारों को उन संसाधनों को लगाने का अधिकार दिया गया है और यह वह समय है जब सेना, राज्य सरकारें और केंद्र सरकार की निगरानी सभी एक साथ आ रहे हैं। इसलिए अब जो आदर्श गांव बनाए जा रहे हैं, वे और भी बेहतर होंगे।”

 

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