AIUDF पर बिपिन रावत के बयान का सेना ने किया बचाव, कहा- राजनैतिक नहीं थी आर्मी चीफ की टिप्पणी

आर्मी चीफ बिपिन रावत ने 1984 में बीजेपी के सिर्फ दो सीटें जीतने का जिक्र करते हुए कहा था कि एआईयूडीएफ नाम की एक पार्टी है. यदि आप उस पर नजर डालें तो पाएंगे कि बीजेपी को उभरने में सालों लग गए जबकि वह बिल्कुल कम समय में उभरी. उन्होंने कहा था कि एआईयूडीएफ असम में तेजी से बढ़ रही है.

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AIUDF पर बिपिन रावत के बयान का सेना ने किया बचाव, कहा- राजनैतिक नहीं थी आर्मी चीफ की टिप्पणी

Aanchal Pandey

  • February 22, 2018 4:52 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्ली. बांग्लादेशियों की घुसपैठ और बदरुद्दीन अजमल की पार्टी एआईयूडीएफ के उभार पर सेना प्रमुख बिपिन रावत के बयान पर राजनीतिक घमासान मचा हुआ है. इस बीच आर्मी चीफ के बयान पर सेना की तरफ से कहा गया है कि उनकी बातचीत में कोई राजनीतिक या धार्मिक टिप्पणी नहीं की गई है. सेना प्रमुख ने डीआरडीओ भवन में नॉर्थ-ईस्ट पर आयोजित सेमिनार में सिर्फ एकीकरण और विकास की बात की.

बता दें कि सेना प्रमुख ने असम के कई जिलों में मुस्लिम जनसंख्या में वृद्धि की खबरों का हवाला देते हुए कहा था कि राज्य में एआईयूडीएफ का उभार 1980 के दशक से बीजेपी के विकास से तेज हो रहा है. इसके साथ ही उन्होंने पूर्वोत्तर में बांग्लादेशियों के प्रवासन का जिक्र करते हुए कहा था कि हमारे पश्चिमी पड़ोसी के चलते योजनाबद्ध तरीके से घुसपैठ हो रही है. वे हमेशा यह कोशिश कर सुनिश्चित करेंगे कि परोक्ष युद्ध के जरिए इस क्षेत्र पर नियंत्रण कर लिया जाए.

आर्मी चीफ ने 1984 में बीजेपी के सिर्फ दो सीटें जीतने का जिक्र करते हुए कहा था कि एआईयूडीएफ नाम की एक पार्टी है. यदि आप उस पर नजर डालें तो पाएंगे कि बीजेपी को उभरने में सालों लग गए जबकि वह बिल्कुल कम समय में उभरी. उन्होंने कहा था कि एआईयूडीएफ असम में तेजी से बढ़ रही है. यह दल मुस्लिमों के पैरोकार के रूप में 2005 में बना था और फिलहाल लोकसभा में उसके तीन सांसद और असम विधानसभा में 13 विधायक हैं.

सेना प्रमुख के इस बयान पर पलटवार करते हुए एआईयूडीएफ चीफ एम. बदरुद्दीन अजमल ने कहा था कि जनरल बिपिन रावत ने एक राजनीतिक बयान दिया है. यह चौंकाने वाला है. आर्मी चीफ के लिए यह चिंता की बात क्यों है कि लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के विचारधारा वाली कोई राजनीतिक पार्टी बीजेपी से तेजी से आगे बढ़ रही है? बदरुद्दीन ने आगे कहा कि बड़ी पार्टियों के कुशासन के चलते ही एआईयूडीएफ और आम आदमी पार्टी जैसी पार्टियां बढ़ी हैं. इस तरह के बयान देकर क्या आर्मी चीफ राजनीति में दखल नहीं दे रहे हैं? उनके लिए ऐसा करना संविधान के खिलाफ है. राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री इस पर ध्यान दें.

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