नई दिल्लीः न्यूयॉर्क में आयोजित किए गए संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के दौरान भारत ने पाकिस्तान के साथ होने वाली बातचीत को रद्द कर दिया था. अब सेना अध्यक्ष बिपिन रावत ने केंद्र सरकार के फैसले का समर्थन किया है. आर्मी चीफ बिपिन रावत ने कहा, ‘आतंकवाद और शांति वार्ता साथ-साथ नहीं हो सकते. सरकार ने वार्ता रद्द करके सही फैसला किया है.’ सर्जिकल स्ट्राइक के सवाल पर आर्मी चीफ ने कहा, ‘सर्जिकल स्ट्राइक एक सरप्राइज थी, इसे सरप्राइज ही रहने दें.’
भारतीय विदेश मंत्रालय ने सीमा पर बढ़ी आतंकी घटनाओं पर नाराजगी जाहिर करते हुए पाकिस्तान के साथ होने वाली बातचीत रद्द कर दी थी. इस बारे में पूछे जाने पर बिपिन रावत ने कहा, ‘मेरे मत में ये फैसला बिल्कुल सही है क्योंकि आतंकवादी घटनाएं और बातचीत दोनों एक साथ नहीं हो सकते. वर्तमान सरकार की भी यही नीति है कि आतंकवाद और शांति वार्ता एक साथ नहीं हो सकते और हमने इसके जरिए पाकिस्तान को एक साफ संदेश भी दिया है. पाकिस्तान बार-बार कह रहा है कि हम अपनी सीमाओें को आतंकी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल नहीं होने देंगे लेकिन इस वादे के बाद भी आतंकी पड़ोसी मुल्क की सरहद से देश में घुसपैठ कर रहे हैं.’
सेना अध्यक्ष बिपिन रावत ने आगे कहा, ‘पाकिस्तान को अपने एक्शन में ये दिखाना होगा कि वो सही मायने में आतंकवाद के खिलाफ खड़ा है. आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है. आप (पाकिस्तान) बार-बार खुद बोलते हैं कि हम अपनी सरहद का गलत इस्तेमाल (आतंकवाद के मसले पर) नहीं होने देंगे लेकिन हम देख रहे हैं कि सरहद पार आतंकवादी गतिविधियां जारी हैं और आतंकी सरहद के पार से आ रहे हैं.’ बीएसएफ जवान नरेंद्र सिंह की निर्मम हत्या पर बिपिन रावत ने कहा, ‘पाकिस्तान पहले भी भारतीय जवानों के साथ इस तरह का इंसानियत को झकझोर कर रख देने वाला व्यवहार करता आया है. पाकिस्तान को जल्द इसका जवाब दिया जाएगा. पड़ोसी मुल्क जम्मू-कश्मीर के युवाओं को बरगला रहा है. उन्हें गलत राह पर ले जा रहा है.’
बताते चलें कि बीएसएफ जवान नरेंद्र सिंह की निर्मम हत्या पर भारत के दावे को खारिज करते हुए पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने कहा था कि पाकिस्तान का आतंकवाद से लड़ने का लंबा रिकॉर्ड रहा है. हम शांति के लिए चुकाई जाने वाली कीमत जानते हैं. हम किसी भी देश के सैनिक का अपमान नहीं कर सकते. हमारी सेना पेशेवर है. हम कभी ऐसे काम नहीं करते. पाकिस्तानी सेना युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार है लेकिन हम देश हित में शांति की राह पर चलना पसंद करते हैं.
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