प्रयागराज : 13 जनवरी से प्रयागराज में महाकुंभ का शुभारंभ हो चुका है, जहां आज पहला अमृत स्नान हो रहा है। देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु संगम में पवित्र डुबकी लगाने के लिए पहुंचे हैं। वहीं इस भव्य आयोजन में एप्पल के पूर्व सीईओ स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स भी शामिल हुईं। हालांकि इस दौरान लॉरेन को महाकुंभ में स्नान न कर पाने का बेहद अफ़सोस है। इस बीच सभी के मन में ये सवाल है कि लॉरेन पॉवेल महाकुंभ में होते हुए भी स्नान क्यों नहीं कर पाईं?
भीड़ में स्नान करने से परहेज
बता दें निरंजनी अखाड़ा के प्रमुख स्वामी कैलाशानंद गिरि ने जानकारी दी कि लॉरेन उनके शिविर में ठहरी हुई हैं और भारतीय परंपराओं का अनुभव कर रही हैं। स्वामी कैलाशानंद गिरि ने कहा, “लॉरेन पॉवेल स्नान करना चाहती थीं, लेकिन एलर्जी के कारण उन्होंने भीड़ में स्नान करने से परहेज किया। हमने उनके स्नान की विशेष व्यवस्था की है। यह देखकर खुशी होती है कि हमारी परंपराओं को अब दुनिया भर से लोग अपनाना चाहते हैं। लॉरेन हमारे साथ हवन, पूजन और रात्रि अनुष्ठान में भाग ले रही हैं। यह महाकुंभ की वैश्विक छवि को दर्शाता है।”
PM मोदी का आभार
उन्होंने कहा कि निरंजनी अखाड़ा के साधु अमृत स्नान की तैयारी में जुटे हैं, जो देवताओं के लिए भी दुर्लभ अवसर माना जाता है। स्वामी ने केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा आयोजन के लिए किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्यक्त किया। बता दें आज मकर संक्रांति के पावन अवसर पर, हिमालय के तपस्वी साधु भी इस अमृत स्नान में भाग ले रहे हैं। भारतीय परंपरा में इसे विशेष महत्व दिया गया है। संगम में पवित्र स्नान से आत्मिक शुद्धि का विश्वास रखने वाले लाखों श्रद्धालु इस अद्भुत आयोजन का हिस्सा बन रहे हैं। अनुमान है कि आज 3-4 करोड़ लोग पवित्र स्नान करेंगे, जिससे यह आयोजन और भी ऐतिहासिक बन जाएगा।
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