नई दिल्ली: अनुपम खेर हिंदी फिल्म उद्योग के सबसे प्रतिभाशाली अभिनेताओं में से एक हैं. अभिनय के अलावा वो अन्य विषयों पर भी खुलकर बात करने के लिए जाने जाते हैं. वह जल्द ही फिल्म कागज 2 में नजर आएंगे. इस एक्टर ने हाल ही में एक इंटरव्यू में किसान आंदोलन पर अपनी राय रखी […]
नई दिल्ली: अनुपम खेर हिंदी फिल्म उद्योग के सबसे प्रतिभाशाली अभिनेताओं में से एक हैं. अभिनय के अलावा वो अन्य विषयों पर भी खुलकर बात करने के लिए जाने जाते हैं. वह जल्द ही फिल्म कागज 2 में नजर आएंगे. इस एक्टर ने हाल ही में एक इंटरव्यू में किसान आंदोलन पर अपनी राय रखी है. बता दें कि अभिनेता एक व्यक्ति के रूप में विरोध प्रदर्शन में भाग ले रहे हैं, लेकिन उनका ये मानना है कि कलाकारों को कार्यकर्ता के रूप में कार्य नहीं करना चाहिए. अभिनेता की फिल्म ‘कागज 2’ प्रदर्शनों और सभाओं के नकारात्मक प्रभावों से संबंधित है. वीके प्रकाश द्वारा निर्देशित ये फिल्म विरोध प्रदर्शनों और रैलियों के कारण आम लोगों को होने वाली समस्याओं को दर्शाती है.
अभिनेता अनुपम खेर ने कहा है कि शो के अभिनेताओं और लोगों को योद्धा नहीं माना जा सकता है, और “मैंने व्यक्तिगत रूप से उन सभी चीजों के बारे में बात की है जो मुझे परेशान करती हैं और मैं बहुत चिंतित हूं”. साथ ही उन्होंने आगे कहा समस्या समाधान से निपटने का आदर्श तरीका संवाद है,
और महात्मा गांधी के नेतृत्व वाले आंदोलन के कारण ही हम एक स्वतंत्र देश हैं. हम भारत छोड़ो आंदोलन का हिस्सा हैं. लेकिन उस समय सभी देशवासी एक साथ थे और ये केवल कुछ लोगों की मदद करने के बारे में नहीं था, बल्कि सभी के लिए था.
वर्तमान समय में हमारे देश में अब यही हो रहा है. मुझे नहीं लगता कि देशभर के किसान इस विरोध से सहमत होंगे. किसान अन्न आपूर्तिकर्ता हैं. जब हम कहते हैं कि हम अन्नदाता के बारे में बात कर रहे हैं तो हम रक्षात्मक महसूस करते हैं… मुझे लगता है कि हम जो कर चुकाते हैं वो भी देश की वृद्धि में योगदान देता है. “मुझे नहीं लगता कि आम लोगों के जीवन को दयनीय बनाना सही है”. बता दें कि 2021 के किसान विरोध प्रदर्शन को लेकर अनुपम खेर ने लाल किले की घटना पर भी नाराजगी जताई है.
एक्टर ने कहा कि ये सीन उन्हें हमेशा परेशान करता रहेगा. जब प्रदर्शनकारी लाल किले पर पहुंचे तो उन्होंने हमारे देश का झंडा निकाल लिया और उसकी जगह दूसरा झंडा लगा दिया. मैं कुछ लोगों के बीच अलोकप्रिय हो सकता हूं, लेकिन मैं ऐसे लोगों प्रति बिल्कुल भी सहानुभूति नहीं रखूंगा.