इससे पहले मेरठ और अलीगढ़ में बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर की मूर्तियां तोड़े जाने का मामला सामने आया था. त्रिपुरा में बीजेपी की सरकार बनने के बाद वहां लेनिन की मूर्ति तोड़ी गई थी, जिसके बाद देश के अलग-अलग हिस्सों मूर्ति टूटने की घटनाएं होने लगीं.
इलाहाबाद. उत्तर प्रदेश में कुछ दिनों पहले मेरठ में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तोड़े जाने के बाद अब इलाहाबाद में ऐसी ही घटना सामने आई है. कुछ अराजक तत्वों ने जिले के झूंसी इलाके में स्थित अंबेडकर की प्रतिमा को तोड़ दिया. इसके बाद पूरे इलाके में तनाव फैला हुआ है. हालांकि, पुलिस ने आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है. पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, झूंसी थाना क्षेत्र के त्रिवेणीपुरम कालोनी में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा शुक्रवार देर रात किसी समय अराजक तत्वों द्वारा तोड़ दी गई. इस घटना से क्षेत्र में तनाव फैल गया है.
इस घटना के बाद फूलपुर से समाजवादी पार्टी सांसद नागेंद्र सिंह पटेल समेत सैकड़ों लोग मौके पर मौजूद हैं. शनिवार सुबह से ही पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी हो रही है और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की गई है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने कहा कि अराजकतत्वों को चिन्हित किया जा रहा है. उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
इससे पहले 7 मार्च को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में वाममोर्चा के एक छात्र संगठन के सात सदस्यों को श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा को कथित तौर पर क्षतिग्रस्त करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी धुर वामपंथी छात्र संगठन से संबद्ध रखते हैं जिसका नाम ‘रेडिकल’ है. इनमें से छह कोलकाता के जाधवपुर विश्वविद्यालय के थे.
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