ऊटी: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय “प्रांत प्रचारक बैठक” आज यानी गुरुवार से तमिलनाडु के ऊटी में आरम्भ हुई है. ये बैठक 15 जुलाई की शाम 6 बजे तक चलेगी। तीन दिनों तक होगी चर्चा दरअसल तीन दिवसीय अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक में संघ शताब्दी वर्ष से जुड़ी योजनाओं व नीतियों को अंतिम […]
ऊटी: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय “प्रांत प्रचारक बैठक” आज यानी गुरुवार से तमिलनाडु के ऊटी में आरम्भ हुई है. ये बैठक 15 जुलाई की शाम 6 बजे तक चलेगी।
दरअसल तीन दिवसीय अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक में संघ शताब्दी वर्ष से जुड़ी योजनाओं व नीतियों को अंतिम रूप दिया जाएगा. इसके अलावा शताब्दी वर्ष तक शाखाओं की संख्या एक लाख पहुंचाने के साथ ही सामाजिक समरसता अभियान की समीक्षा की जाएगी. बता दें, इस बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत समेत संघ के सभी वरिष्ठ पदाधिकारी समेत संघ द्वारा चिन्हित किए गए 45 प्रातों के प्रांत प्रचारक, सह प्रांत प्रचारक, क्षेत्र और सह क्षेत्र प्रचारक, अनुषांगिक संगठनों के प्रतिनिधि भी हिस्सा लेंगे. गौरतलब है कि ये बैठक हर साल होती है जिसमें संघ आगामी एक वर्ष की कार्ययोजना तैयार करने के साथ-साथ पिछली बैठक में लिए गए सभी निर्णयों और योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हैं.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय “प्रांत प्रचारक बैठक” आज ऊटी (जिला नीलगिरी), तमिलनाडु में आरम्भ हुई। यह बैठक 15 जुलाई सायं 6 बजे तक चलेगी। बैठक में पूजनीय सरसंघचालक डॉ. मोहन जी भागवत, माननीय सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी के साथ सभी सह सरकार्यवाह, सभी प्रांतों के प्रांत… pic.twitter.com/e9VJxLd8o5
— RSS (@RSSorg) July 13, 2023
संघ ने बहुसंख्यक समाज में सद्भाव स्थापित करने के लिए एक गांव एक कुंआ, एक गांव एक श्मशान जैसे अभियान चलाए हैं. इन अभियानों को लेकर भी बैठक में फीडबैक लिया गया. ऐसे में संघ द्वारा आवश्यकता पड़ने पर इन सभी अभियानों की कार्यप्रणाली में बदलाव लाया जाएगा। इस दौरान समान नागरिक संहिता को लेकर भी संघ अपना स्पष्ट दृष्टिकोण सामने रखा. जानकारी के अनुसार झुंझनू में बीते साल हुई बैठक में हर दिन लगने वाली शाखाओं की संख्या एक लाख करने का संकल्प लिया गया था. इस साल हुई बैठक में इस बात की भी समीक्षा की गई.
इस बैठक के दौरान देश में होने जा रहे लोकसभा चुनाव और उससे पहले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की भी चर्चा की गई. यह बैठक दक्षिण भारत के तमिलनाडु में हुई है जहां भाजपा एक अरसे से अपने विस्तार की संभावनाओं की तलाश में है.