Anil Ambani To Withdraw defamation case Against Rahul Gandhi: अनिल अंबानी की कंपनी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ 5000 करोड़ रुपये की मानहानि का केस वापस लेने का फैसला किया है. अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस समूह ने साल 2018 में राहुल गांधी, रणदीप सुरजेवाला, अभिषेक मनु सिंघवी और नेशनल हेराल्ड अखबार के खिलाफ यह मुकदमा दायर किया था. कंपनी का आरोप था कि राहुल गांधी ने राफेल विमान को लेकर जो बयान दिए उससे अनिल अंबानी की नाकरात्मक छवि बनी साथ ही कंपनी की भी बदनामी हुई थी.
नई दिल्ली: उद्योगपति अनिल अंबानी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ किए गए मानहानि के केस को वापस लेंगे. अनिल अंबानी ने कांग्रेस के कई अन्य नेताओं
व कांग्रेस का स्वामित्व वाले अखबार नेशनल हेराल्ड के खिलाफ 5 हजार करोड़ रुपये के मानाहानि का केस किया था. केस को वापस लेने का फैसला किया है. अनिल अंबानी ने
कांग्रेस की ओर से राफेल जेट विमान को लेकर दिए गए बयान के बाद अहमदाबाद कोर्ट में मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था.
रिलायंस ग्रुप के वकील राजेश पारेख ने बताया कि सिटी सिविल व सेशन जज पीजे तमाकुवाला ने मामले की सुनवाई की थी. रिलायंस डिफेंस, रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस एयरोस्ट्रक्चर रिलायंस ग्रुप की कंपनियां हैं. इन कंपनियों ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत कई बड़े कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ मानहानि का मुकदमा पिछले साल अगस्त महीने में दर्ज कराया था. अनिल अंबानी ने सुनील जाखड़, रणदीप सुरजेवाला, ओमान चेंडी, अशोक चह्वाण, अभिषेक मुन सिंघवी, संजय निरुपम और शक्ति सिंह गोहिल के खिलाफ मुकदाना दायर किया था. इसके साथ ही कांग्रेस के स्वामित्व वाले अखबार नेशनल हेराल्ड के संपादक जफर आगा और अखबार में आर्टकिल के लेखक विश्व दीपक के खिलाफ भी केस दायर किया था.
क्या आरोप लगाए थे कांग्रेस ने अनिल अंबानी की कंपनी पर
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार के राफेल सौदे को लेकर अनिंल अंबानी की कंपनी को घेरा था. राहुल गांधी ने आरोप लगया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दस दिन
पहले बनी अनिल अंबानी की रिलायंस डेफेंस कंपनी को राफेल विमान बनाने का कांट्रेक्ट दिया, जबकि कंपनी को फाइटेर विमान बनाने का कोई अनुभव नहीं है. इसी बयान को
लेकर अनिल अंबानी ने राहुल गांधी के खिलाफ 5000 करोड़ रुपये की मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था.
रिलायंस का कहना है कि नेशलनल हेराल्ड अखबार में यह खबर छापी गई, जिससे रिलायंस ग्रुप की छवि खराब हुई और बदनामी हुई है. इसलिए 5000 हजार करोड़ रुपये की
क्षतिपूर्ति कांग्रे की ओर से की जाए. अब इस मामले की अगली सुनवाई अदालत की गर्मियों की छुट्टियां खत्म होने के बाद की जाएगी. इस मामले में नेशनल हेराल्ड को वकील पी चंपानेरी ने कहा है कि उन्हें रिलायंस समूह की ओर से मानहानि केस वापस लेने की जानकारी दे दी गई है.