पिछले दिनों कैम्ब्रिज एनालिटिका डेटा लीक मामला सामने आने के बाद काफी बवाल मचा था. सत्ताधारी बीजेपी और कांग्रेस के बीच भिड़ंत हो गई थी.
मुंबई. अरबपति बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा फेसबुक को टक्कर देने के लिए कमर कस ली है। आनंद महिंद्रा ने एेलान किया कि फेसबुक का वैकल्पिक प्लेटफॉर्म तैयार करने की जरूरत है। सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर अपने आधिकारिक अकाउंट पर उन्होंने लिखा, ये सोचने की शुरुआत है कि क्या कोई एेसी सोशल नेटवर्किंग कंपनी है जो बहुत व्यापक रूप से स्वामित्व वाली है और पेशेवर तौर पर खुद कंट्रोल करती है। अगर किसी भी भारतीय के पास एेसा प्लान है तो मैं देखना चाहूंगा और मदद भी कर सकता हूं।
पिछले दिनों कैम्ब्रिज एनालिटिका मामले को लेकर हुए विवाद के बाद आनंद महिंद्रा ने यह राय रखी है। उनके इस आइडिया की केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने जमकर तारीफ की। उन्होंने लिखा, मेरे दोस्त आनंद महिंद्रा यह शानदार आइडिया है। उम्मीद करता हूं नेतृत्व आप ही करेंगे। इसके बाद एक अन्य ट्वीट में महिंद्रा ने लिखा, आप सभी के जवाबों, सुझावों और प्रस्तावों के लिए शुक्रिया. आप सभी लोग अपने ट्वीट्स को मेरे साथी जसप्रीत बिंद्रा को भी भेज दें, जो इस पर मेरे साथ काम करेंगे।
गौरतलब है कि भारत ने बुधवार (21 मार्च) को फेसबुक और उसके सीईओ मार्क जुकरबर्ग को कथित तौर पर चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए डेटा का दुरुपयोग करने को लेकर सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा था, “फेसबुक समेत सोशल मीडिया द्वारा अप्रत्यक्ष या प्रत्यक्ष रूप से अवांछित साधनों के जरिए भारत की चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने के किसी भी प्रयास की न तो सराहना की जाएगी और न ही उसे बर्दाश्त किया जाएगा। कानून मंत्री ने कहा था, “फेसबुक बिल्कुल स्पष्टतौर पर यह जान ले कि अगर जरूरी हुआ तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
उन्होंने कहा था, “अगर किसी भी भारतीय का डेटा फेसबुक की मिलीभगत से लीक होगा तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमें आईटी कानून में जरूरी शक्ति प्राप्त है, जिसके तहत आपको भारत में तलब भी किया जा सकता है। प्रसाद ने कहा था कि भारतीय फेसबुक यूजर्स की निजता के साथ छेड़छाड़ का आकलन करने के लिए सरकार अमेरिकी फेडरल ट्रेड कमीशन और न्याय विभाग के संपर्क में है। बता दें फेसबुक ने स्वीकार किया था कि करीब 2,70,000 लोगों ने एप डाउनलोड किया और उन्होंने उसपर अपनी निजी जानकारी साझा की लेकिन कंपनी ने किसी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया और कहा कि कंपनी डेटा हासिल करने और उसके इस्तेमाल में सही प्रक्रियाओं का पालन करती है।
नमो ऐप पर बोलीं स्मृति ईरानी- राहुल जी! छोटा भीम भी जानता है ऐप से जासूसी नहीं होती
Beginning to wonder if it’s time to consider having our own social networking company that is very widely owned&professionally managed&willingly regulated.Any relevant Indian start-ups out there?If any young teams have such plans I’d like to see if I can assist with seed capital pic.twitter.com/nBSkQk0hCp
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