नई दिल्ली: ब्लड से जुड़ी अक्सर समस्याएं देखने को मिलता रहता है. कई बार ऐसे मामले सामने आ जाते हैं जिसमें मरीज को ब्लड की बहुत जरूरत होती है, तो इस समय में मरीज के घरवालों ब्लड के लिए हर जगह कॉल करते हैं, ताकि मरीज के लिए ब्लड मिल सके. आज हम एक ऐसे […]
नई दिल्ली: ब्लड से जुड़ी अक्सर समस्याएं देखने को मिलता रहता है. कई बार ऐसे मामले सामने आ जाते हैं जिसमें मरीज को ब्लड की बहुत जरूरत होती है, तो इस समय में मरीज के घरवालों ब्लड के लिए हर जगह कॉल करते हैं, ताकि मरीज के लिए ब्लड मिल सके. आज हम एक ऐसे ही रक्तदान करने वाली 80 वर्षीय महिला के बारे में बताएंगे, जिन्होंने रक्तदान कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम शामिल किया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक “जोसफीन माइकलुक” ने मरीजों को जान बचाने के लिए अपने पूरे जीवन में 203 यूनिट रक्तदान किया है. वह करीब 60 से रक्तदान कर रही हैं. जोसफीन ने पहली रक्तदान 22 वर्ष की उम्र में की थी. आपको बता दें कि एक यूनिट रक्त करीब 473 मिली के बराबर होता है. जोसफीन ने अपने पूरे जीवन में कुल 96 लीटर रक्त दान किया है. इस मामले में महिला ने कहा कि उनकी बहन ने रक्तदान के बारे मे बात सझा की थी. इसके बाद मैंने निर्णय किया कि रक्तदान मैं भी करूंगी. जब उनसे पूछा गया कि रक्तदान क्यों करती हैं तो उन्होंने जवाब दिया कि किसी की जिंदगी बचाने में मुझे खुशी मिलती है. जोसफीन का कहना है कि मैं उन लोगों को रक्त डोनेट सकती हूं जिन्हें इसकी बहुत जरूरत है।
जोसफीन माइकलुक बताया कि मैंने कभी ऐसा सोचा नहीं था कि मेरा नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होगा और मैं ऐसे ही जारी रखने की प्लान बना रही हूं, उन्होंने कहा कि वृद्ध महिलाओं को रक्तदान करने के लिए जागरूक करती हूं. आपको बता दें कि इस महिला से पहले अधिक रक्तदान का रिकॉर्ड भारत की मधुरा अशोक कुमार के पास था, जिन्होंने 117 यूनिट ब्लड दान किया था।
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