Amritsar Train Accident: शुक्रवार रात अमृतसर में हु्ए दर्दनाक हादसे के हाद से देश में शोक का माहोल है. इस हादसे मेंं ट्रेन की चपेट में आने से लगभग 61 लोगों की जान चली गई. वहीं रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने कहा है कि - मामले में रेलवे कोई जांच नहीं करेगा क्योंकि ये ट्रैक पर अतिक्रमण का मामला है.
अमृतसर. पंजाब के अमृतसर में रावण दहन के दौरान ट्रेन की चपेट में आने से लगभग 61 लोगों का मौत हो गई. पठानकोट से अमृतसर जा रही डेमू ट्रेन गुजर से हुए इस हादसे के बाद से देश में शोक का माहौल है. इस बीच रेलवे बोर्ड के चेयरमेन अश्वनी लोहानी ने कह दिया है कि घटना रेलवे के मेन लाइन पर हुई है जिसमें ट्रेनें एक निर्धारित स्पीड पर चलती है. उनका कहना है कि डीएमयू ड्राइवर ने हॉर्न भी बजाया और ब्रेक लगाने की कोशिश भी की लेकिन ट्रेन के ब्रेक तुरंत लगना संभव नहीं होता. कम से कम 625 मीटर पहले ब्रेक लगाना होता है. उन्होंने कहा कि ये ट्रेन हादसे नहीं बल्कि ट्रैक पर अतिक्रमण का मामला है. ऐसे में रेलवे इस मामले की जांच के आदेश नहीं देगा.
दरअसल रावण के पुतले को आग लगाने और पटाखे फूटने से आग नीचे गिरने लगी लोग बचकर रेलवे ट्रैक की ओर भागे. उसी वक्त दो विपरीत दिशाओं से एक साथ दो ट्रेनें आई और लोगों को बचने का बहुत कम समय मिला. ट्रेन की चपेट में एक साथ सैकड़ों लोग आ गए.
केंद्र और राज्य सरकार ने झटपर क्रमश: मरने वालों के परिवार के लिए 2 लाख और 5 लाख के मुआवजे का ऐलान कर दिया. महज 6 सेंकड में गुजरी ट्रेन लोगों को काटती हुई निकल गई. घटना के बाद से नेताओं के शोक संदेशों का तातां लग गया और कई बड़े नेता मौक पर भी पहुंचे. चारों ओर चीख पुकार का माहौल था.