Amritsar Train Accident: पंजाब के अमृतसर में पलभर के दौरान खुशिया उस समय मातम में छा गईं जब जोड़ा बाजार इलाके में दशहरा पर रावण के पुतले का दहन देख रहे लोग तेजी से आ रही डीएमयू जालंधर के चपेट 59 लोग अपनी जिंदगी खो बैठे और सैकड़ों लोग घायल हो गए. हादसे के बाद कई लोगों ने इसका जिम्मेदार नवजोत कौर सिद्धू को ठहराया क्योंकि उस समय वे वहां पर बतौर चीफ गेस्ट मौजूद थी. आयोजकों को मालूम था कि उनके आने की वजह से अधिक संख्या में लोग आएंगे. एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें आयोजक स्टेज से कह रहा है कि 'मैडम जी, इधर देखिए, 5 हजार से ज्यादा लोग पटरी पर खड़े हैं, इन्हें कोई फिक्र नहीं है, बेशक 500 ट्रेनें यहां से निकल जाएं.' ऐसे में सवाल उठता है कि जब आयोजकों को ज्ञात था कि इतने लोग आएंगे तो इसके लिए कोई इंतजाम क्यो नहीं किया गया.
अमृतसर. Amritsar Train Accident: पंजाब के अमृतसर में रेलवे ट्रैक के पास दशहरा के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान जब रावण के पुतले का दहन हुआ तो पटाखों के शोर के बीच तेज रफ्तार आ रही डीएमयू जालंधर 50 से ज्यादा लोगों को कुछ ही सेकेंडों में काटती चली गया. दरअसल रावण दहन के इस आयोजन में मुख्य अतिथी पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धु की पत्नी नवजोत कोर थीं. ऐसे में आयोजकों को अंदाजा था कि नवजोत कौर को देखने काफी भीड़ उमड़ेगी. हादसे से पहले हो रहे आयोजन का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें नवजोत कौर स्टेज पर खड़ी हैं और आयोजक स्टेज से कह रहा है कि मैडम जी, इधर देखिए, इन्हें कोई फिक्र नहीं है, बेशक 500 ट्रेनें यहां से निकल जाएं. 5 हजार से ज्यादा लोग पटरी पर खड़े हैं और इस रावण में 5 हजार से ज्यादा बम लगे हैं.
अब सवाल उठता है कि ट्रेन से कटकर 59 लोगों की मौत का जिम्मेदार क्या आयोजक है. या मंच पर मौजूद नवजोत कौर जो सब सुनकर भी अंजान है और दशहरा का जश्न मना रही हैं. हादसे के बाद लोगों ने आरोप लगाए कि नवजोत कौर सबकुछ जानते हुए भी वहां से निकल गईं. हालांकि नवजोत कौर ने सफाई देते हुए कहा कि इस हादसे की जानकारी वहां से निकलने के 15 मिनट बाद लगी. गौरतलब है कि यह हादसा उस समय हुआ जब लोग अमृतसर के जोड़ा बाजार इलाके में रेलवे ट्रैक के पास रावण के पुतले का दहन देखते हुए खुशियां मना रहे थे. लेकिन जश्न का माहौल उस समय गम में तब्दील हो गया जब पटाखों के शोर के बीच वहां से तेज रफ्तार से गुजर रही ट्रेन पलभर में ही 60 से ज्यादा लोगों की जिंदगी छीनती हुई चली गई.
अमृतसर रेल हादसे से पहले दशहरा पर हो रहे आयोजन के दौरान आयोजक ने कहा था मैडम जी( नवजोत कौर सिद्धू) इधर देखो,पांच हजार लोग रेलवे लाइनों पर खड़े है . कोई फिक्र नही इनको चाहे 500 ट्रेन निकल जाए यहां से. #AmritsarTrainAccident #AmritsarTrainTragedy #Amritsar pic.twitter.com/Ql7N9jLTAn
— InKhabar (@Inkhabar) October 20, 2018
बताया जा रहा है कि रावण के पुतले और रेलवे ट्रैक के बीच सिर्फ 80 मीटर की जरूरत थी. इस हादसे की सूचना लगते ही पूरे देश में दशहरा का रंग फीका हो गया. मौके पर पुलिस और बचाव राहत टीम पहुंची. सैकड़ों लोग इस हादसे में घायल भी हुए, जिन्हें जल्दी ही अस्पताल ले जाया गया. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, यूपीए चेयरमैन सोनिया गांधी समेत सभी बड़े नेताओं ने इस घटना पर दुख जताया. पंजाब के मुख्यमंत्री अरमिंदर सिंह ने शोक व्यक्त करते हुए सभी मृतकों के परिवार को 5 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की. वहीं केंद्र की बीजेपी सरकार की ओर मृतकों को 2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपए के मुआवजे का एलान किया गया.