चंडीगढ़: खालिस्तान समर्थक संगठन वारिस पंजाब दे का मुखिया अमृतपाल सिंह फिलहाल तो पुलिस की पकड़ से फरार है लेकिन उसे लेकर जो खुलासे सामने आ रहे हैं वो आपके भी होश उड़ा देंगे. दरअसल इंटेलिजेंस की रिपोर्ट में अमृतपाल के असल चेहरे से नकाब हटाया गया है जिसमें खुद को संत बताने वाले अमृतपाल […]
चंडीगढ़: खालिस्तान समर्थक संगठन वारिस पंजाब दे का मुखिया अमृतपाल सिंह फिलहाल तो पुलिस की पकड़ से फरार है लेकिन उसे लेकर जो खुलासे सामने आ रहे हैं वो आपके भी होश उड़ा देंगे. दरअसल इंटेलिजेंस की रिपोर्ट में अमृतपाल के असल चेहरे से नकाब हटाया गया है जिसमें खुद को संत बताने वाले अमृतपाल की कई काली करतूतें सामने आई हैं. इस रिपोर्ट में सिख धर्म का पालन करने वाले अमृतपाल की अय्याशियों की हिस्ट्री भी सामने आई है.
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दुबई में अमृतपाल की अय्याशी भरी जिंदगी थी. वह एक बार थाईलैंड की ट्रिप पर भी गया था. इतना ही नहीं अमृतपाल को लेकर दावा किया गया कि उसने अपनी पत्नी को घरेलू हिंसा का भी शिकार बनाया था. बता दें, इसी साल फरवरी में अमृतपाल और किरणदीप कौर की शादी हुई थी जो ब्रिटिश नागरिक है. रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि अमृपताल अपनी पत्नी को कैद में रखता था और वह किसी अन्य महिला के साथ संबंध में था. दूसरी ओर वारिस पंजाब दे संगठन में विदेशी फंडिंग के शक में अमृतपाल की पत्नी किरणदीप से भी पूछताछ की जा रही है.
गौरतलब है कि 18 मार्च को अमृतपाल पुलिस की पकड़ से भाग निकलने में कामयाब हो गया था. वारिस पंजाब दे के कई कार्यकर्ताओं को इस दौरान गिरफ्तार किया गया था. इनमें से कई अमृतपाल के करीबी थे. फिलहाल इंटेलिजेंस ने अमृतपाल के खिलाफ रिपोर्ट जारी की है जिसमें कई बड़े दावे किए गए हैं. आइए जानते हैं क्या कहती है इंटेलिजेंस की ये रिपोर्ट।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमृतपाल अपनी पत्नी को कैद में रखता था और उसके साथ मारपीट भी किया करता था.
अमृतपाल सिंह अपनी पुरानी ज़िंदगी के बारे में ज़्यादा बातें नहीं करता था क्योंकि उसे अपनी इमेज जाने का भी डर था. दुबई से भारत आने से पहले अमृतपाल ट्रक ड्राइवर था. वह 2022 में भारत आया है और दीप सिद्धु के संगठन वारिस पंजाब दे का चीफ बना. इसके बाद उसने अपना गेटअप बदला और अमृतपाल खुद को भिंडरावाले 2.0 बताने लगा.
रिपोर्ट में कहा गया है कि थाईलैंड में अमृतपाल सिंह के कई कनेक्शन हैं. वह कई बार थाईलैंड गया है ऐसे में संभव है कि वह थाईलैंड में वेश्यावृति में लिप्त हो या वहां उसकी दूसरी पत्नी रहती हो.
जब वह विदेश में रहता था तो वह अमृतधारी सिख नहीं था. कहा जा रहा है कि अमृतपाल उस समय सिख धर्म के सिद्धांतों का पालन नहीं करता था.
दुबई में ड्रग माफियाओं के साथ भी अमृतपाल संपर्क में था. अमृतपाल सबसे पहले ड्रग डीलर जसवंत सिंह के संपर्क में आया था जो कि एक पाकिस्तानी ड्रग माफिया का भाई है.
Mumbai में बागेश्वर धाम के दिव्य दरबार में हुई चोरी, चोरों ने लाखों के गहनों पर किया हाथ साफ
Amritpal Singh की गिरफ्तारी को लेकर ‘वारिस पंजाब दे’ के वकील का दावा, ‘हो सकता है एनकाउंटर’