चण्डीगढ़: एक हफ्ते से अधिक समय से चल रही तलाश के बाद भी अब तक वारिस पंजाब दे का प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह पुलिस के हाथ नहीं लगा है. मिली जानकरी के मुताबिक पुलिस भगोड़े अमृतपाल की 9 राज्यों में तलाशी कर रही है. उत्तारखंड से लेकर यूपी, नेपाल बॉर्डर पर अमृतपाल के […]
चण्डीगढ़: एक हफ्ते से अधिक समय से चल रही तलाश के बाद भी अब तक वारिस पंजाब दे का प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह पुलिस के हाथ नहीं लगा है. मिली जानकरी के मुताबिक पुलिस भगोड़े अमृतपाल की 9 राज्यों में तलाशी कर रही है. उत्तारखंड से लेकर यूपी, नेपाल बॉर्डर पर अमृतपाल के पोस्टर लगाकर इस समय पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड पर है.
पंजाब दे का प्रमुख अमृतपाल की तलाश को लेकर एक पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि पंजाब पुलिस और खुफिया एजेंसियों से मिली सूचना के बाद नेपाल से लगी सीमा और यूपी के जिलों में सर्च ऑपरेशन जारी है. उन्होंने कहा कि, धार्मिक स्थलों पर पुलिस की नजर टिकी हुई है और सरकारी वाहनों की भी तलाशी ली जा रही है.
दरअसल, पंजाब पुलिस का अंदाजा है कि खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल यहां शरण लेकर नेपाल या किसी अन्य देश में भाग सकता है और इसी को ध्यान में रखते हुए उसने उत्तराखंड पुलिस को सावधान किया है. इससे पहले, पंजाब पुलिस ने भगोड़े वारिस पंजाब दे का प्रमुख अमृतपाल सिंह और उसके सहयोगी को शरण देने के आरोप में पटियाला से एक महिला को गिरफ्तार किया.
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि बलबीर कौर ने अमृतपाल और पापलप्रीत को कथित तौर पर 5 से 6 घंटे तक शरण दी जिसके बाद वे हरियाणा में कुरुक्षेत्र जिले के शाहबाद की ओर निकल गए. बता दें कि, भगोड़ा अमृतपाल 18 मार्च से फरार है, जब पुलिस ने उसके और उसके अगुवाई वाले संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के तत्वों के विरुद्ध कार्रवाही जारी की थी. मिली जानकारी के मुताबिक, पंजाब के जालंधर जिले में पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए जाल बिछाया था लेकिन वह पुलिस की आंख में धूल झोंककर फरार हो गया जिसके बाद से लगातार उसकी तलाश जारी है.
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