नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा में चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah To TMC MP) ने टीएमसी सांसद सौगत रॉय पर जमकर निशाना साधा। दरअसल, सदन में जम्मू कश्मीर से आर्टिकल-370 को हटाने पर चर्चा हो रही थी। तब टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने भाजपा पर आरोप लगाया […]
नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा में चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah To TMC MP) ने टीएमसी सांसद सौगत रॉय पर जमकर निशाना साधा। दरअसल, सदन में जम्मू कश्मीर से आर्टिकल-370 को हटाने पर चर्चा हो रही थी। तब टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने भाजपा पर आरोप लगाया कि पार्टी ने कश्मीर के फायदे के लिए नहीं बल्कि चुनावी फायदे के लिए धारा-370 को हटाया है। टीएमसी सांसद के इसी बयान पर केंद्रीय मंत्री अमित शाह भड़क गए और जमकर उन्हें खड़ी-खोटी सुनाए।
लोकसभा में अनुच्छेद 370 को लेकर चर्चा हो रहा था जब सौगत रॉय ने भाजपा पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में तोड़ देने का फैसला गलत था। सौगत रॉय ने कहा कि बीजेपी की इस कदम से आतंकवाद भी कम नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि दो सप्ताह पहले ही हमने एक मेजर और एक कंपनी कमांडर को खो दिया। आगे उन्होंने सदन में सवाल उठाते हुए कहा कि सेना के दो कप्तान शहीद हो गए, क्या यही शांति है जो हमेशा लेकर आए हैं।
इसके साथ सौगत रॉय ने कहा कि राज्य में आतंकी घटनाओं और आतंकियों के अत्याचार के चलते 46000 लोगों ने अपना परिवार छोड़ दिया। अभी भी कश्मीरी पंडित वापस घर लौटने को तैयार नहीं हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल के केवल फैक्ट्री का उद्घाटन करते हैं और केसर की खेती देखते हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah To TMC MP) ने टीएमसी सांसद सौगत रॉय के इस बयान पर उनकी आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही आपत्तिजनक है कि भारत में ऐसी मांग की जा रही है। किसी एक देश में दो प्रधानमंत्री या दो संविधान कैसे हो सकता है? अमित शाह ने कहा कि एक देश में दो झंडा कैसे हो सकते है। टीएमसी सांसद पर तंज कसते हुए गृह मंत्री ने कहा कि मुझे लगता है कि दादा आपकी उम्र हो चुकी है।
यह भी पढ़ें: Sukhdev Singh Gogamedi: कौन हैं सुखदेव सिंह गोगामेड़ी, जानें कैसे बनी राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना
आगे आर्टिकल-370 पर शाह ने कहा कि जिसने ऐसा किया था, वह बहुत गलत किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने इसको सुधारने का काम किया है। इसके बाद आर्टिकल-370 को हटाने को लेकर उन्होंने कहा कि आपकी सहमति और ना सहमति से क्या होता है, ऐसा पूरा देश चाहता था।