Amit Shah Digital Census In 2021 Multipurpose ID Card: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में गृह मंत्री अमित शाह बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर रहे हैं. पिछले महीने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के ऐतिहासिक फैसले के बाद सोमवार को केंद्रीय मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अगली जनगणना यानी सेंसस 2021 मोबाइल ऐप से डिजिटल तरीके से होगा, यानी डिजिटल तरीके से भारत की आबादी का पता लगाया जाएगा. इसके साथ ही अमित शाह ने ये भी कहा कि एक ऐसा मल्टीपर्पस कार्ड बनाने पर विचार हो रहा है जो एक साथ आधार, पासपोर्ट, बैंक अकाउंट, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस समेत अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों की जरूरतें पूरी करेगा.
नई दिल्ली. Amit Shah Digital Census In 2021 Multipurpose ID Card: केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि भारत में साल 2021 तक ऐसा मल्टीपर्पस कार्ड बनाने पर विचार मंथन हो रहा है जो एक साथ पासपोर्ट, वोटर आईडी, आधार समेत अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों की जरूरतें पूरी करेगा. सोमवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने कहा कि अगली जनगणना यानी साल 2021 की जनगणना डिजिटल बेस्ड होगी और मोबाइल ऐप के जरिये आसानी से पता लगाया जा सकेगा कि भारत की आबादी कितनी है. मोबाइल के जरिये डेटा कलेक्ट किया जाएगा, जिससे इस काम में लगने वाले मैन पावर के साथ ही समय और पैसे की भी बचत की जा सकेगी.
इससे पहले साल 2011 में जनगणना हुई थी और उस वक्त भारत की आबादी 121 करोड़ थी. डिजिटल सेंसस इन 2021 के कार्यक्रम में अमित शाह ने कहा कि सरकार चाहती है कि पेपर के जरिये होने वाली जनगणना से डिजिटल सेंसस की तरफ कदम बढ़ाना बेहद जरूरी है. दिल्ली में जनगणना भवन कती आधारशिला रखते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने ये भी कहा कि आने वाले समय में हमारे पास एक ऐसा कार्ड होगा, जो आधार, पासपोर्ट, बैंक अकाउंट, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस समेत अन्य जरूरी दस्तावेजों का सिंगल मल्टीपर्पस कार्ड होगा.
Union Home Minister Amit Shah: A digital application, an app will be used for population census in the year 2021. It will be transformation from paper to digital census. pic.twitter.com/Xn992vekGz
— ANI (@ANI) September 23, 2019
अमित शाह ने कहा कि ऐसा सिस्टम डिवेलप किया जा रहा है जिससे कि अगर किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है या किसी का जन्म हो तो पॉप्युलेशन डेटा खुद-ब-खुद अपडेट हो जाए. इस तरह का मोबाइल ऐप बनाया जा रहा है जिसके जरिये एंड्रॉयड फोन पर जानकारी जुटाई जा सकेगी. आपको बता दूं कि अगले साल यानी अक्टूबर 2020 से जनगणना की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी जो साल 2021 तक चलेगी और माना जा रहा है कि आगामी जनगणना तक भारत की आबादी 135 करोड़ का आंकड़ा छू लेगी.