मुंबई. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह एक टीवी चैनल के निजी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए मुंबई पहुंचे. वहां उन्होंने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव और आने वाले लोकसभा चुनाव पर चर्चा की. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि भाजपा ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव नें हुई अपनी हार को स्वीकार कर लिया है. उन्होंने कहा, ‘मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार हम स्वीकार करते हैं. ये जनादेश है जो पार्टी को स्वीकार है. हम इस पर अभी विचार कर रहे हैं कि क्यों इन राज्यों में पार्टी की हार हुई.’
वहीं अमित शाह ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के बारे में भी बात की. उन्होंने अगले साल भी देश में भाजपा की सरकार बनने का दावा किया है. उन्होंने कहा, ‘इन परिणामों का असक आम चुनाव पर नहीं पड़ेगा. राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव को आपस में जोड़ना सही नहीं है. दोनों चुनाव अलग-अलग मुद्दों पर लड़े जाते हैं. जल्द होने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टी ज्यादा सीटें जीतकर सत्ता में आएगी. देश में दोबारा भाजपा की सरकार बनेगी.’ उन्होंने भाजपा के सरकार बनाने को अहम बताते हुए कहा, ‘ये केवल भाजपा के लिए ही नहीं बल्कि देश के लिए भी जरूरी है कि पार्टी अगला चुनाव जीते. चुनाव हमारे लिए केवल सरकार बनाने का जरिया नहीं बल्कि लोक संपर्क का माध्यम है. देश को मजबूत सरकार चाहिए मजबूर सरकार नहीं.’
महागठबंधन पर अमित शाह ने कहा, ‘देश में महागठबंधन का कोई अस्तित्व नहीं है. राजनैतिक दल केवल अपने राज्यों तक ही सीमित हैं.’ कांग्रेस पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा, ‘ये लोकतंत्र है राजा महाराजाओं का शासन नहीं जहां बेटा सिंहासन का उत्तराधिकारी होता था चाहे वो काबिल हो या नहीं. पार्टियों में आज भी ऐसी स्थिति है कि बेटा ही पार्टी का अगला अध्यक्ष बनेगा. लेकिन भाजपा ने ये प्रथा तोड़ी. इसका फायदा हमें मिला और 2019 में भी भाजपा पहले से ज्यादा सीट लेकर सत्ता में आएगी.’
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