नई दिल्लीः संसद के शीतकालीन सत्र 2023 का आज छठा दिन है। वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम बिल को पेश किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने इस विधेयक के पीछे की मंशा को बरकरार रखा है। उन्होंने आगे कहा […]
नई दिल्लीः संसद के शीतकालीन सत्र 2023 का आज छठा दिन है। वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम बिल को पेश किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने इस विधेयक के पीछे की मंशा को बरकरार रखा है। उन्होंने आगे कहा कि सदन से आज ये विधेयक पारित हो जाएगा और यह जम्मू-कश्मीर और भारत के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। साथ ही उन्होंने पीओके को लेकर बड़ी बात बोल दी।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जम्मू में पहले 37 सीट थी, जिसको अब नए डिलिमिटेशन कमीशन ने 43 सीट कर दी है। कश्मीर में 46 सीट थी अब 47 कर दी गई है। वहीं, जम्मू-कश्मीर में पहले 83 सीट थी, जो अब बढ़ाकर 90 सीट कर दी है और इसको केंद्र सरकार ने भी मान लिया है। उन्होंने कहा कि गुलाम कश्मीर यानी पीओके की 24 सीटों को आरक्षित रखा गया है क्योंकि पीओके हमारा है और इसे हमसे कोई नहीं छीन सकता है।
उन्होंने कश्मीर को भारत में विलय करने में देरी पर बोलते हुए कहा कि सभी जानते हैं कि कश्मीर के भारत विलय में इसलिए देरी हुई थी क्योंकि शेख अब्दुल्ला को विशेष स्थान देने का आग्रह था और इस कारण विलय में देरी हुई और पाकिस्तान को आक्रमण करने का अवसर मिला। अगर गलत समय पर सीजफायर नहीं हुआ होता, तो आज पीओके नहीं होता। हमारी सेना जीत रही थी वो पीछे भाग रहे थे। जवाहरलाल नेहरू दो दिन और रुक जाते तो पूरा पीओके तिरंगे के तले आ जाता।