हैदराबाद को भिखारीमुक्त बनाने की मुहीमें में 235 पुरुषों और 130 से अधिक महिलाओं को भीख मांगते हुए पकड़ा गया. इस दौरान दो ऐसे महिलाएं भी मिलीं जिनके पास ग्रीन कार्ड था और वे विदेश में काम करने का दावा कर रही थीं.
हैदराबाद. आंध्रप्रदेश के हैदराबाद को भिखारीमुक्त करने के एक अभियान के दौरान लांगेर हौज में एक दरगाह के पास दो बूढ़ी महिलाओं को भीख मांगते पकड़ा गया. अजीब बात ये थी की दोनों ही महिलाएं अंग्रेजी बोलती हैं और बाहरी देशों के काम करने का दावा भी करती हैं. दरअसल जब पुलिस इन्हें आनंद आश्रम ले गई तो वहां जाकर आश्रम के कर्मचारियों को पता लगा कि दोनों में से 50 साल की एक महिला के पास एमबीए की डिग्री भी है और वह यहां आने से पहले लंदन में अकाउंटेंट का काम करती थी. अधिकारियों ने उसके बेटे ने उनके बेटे को संपर्क करने के बाद इस बात की पुष्टि की है.
44 साल की दूसरी महिला ने कहा कि उसके पास ग्रीन कार्ड है और वह अमेरिका में काम कर चुकी है. उसके पति की मौत हो गई थी और वह कुछ दिक्कतों का सामना कर रही थी. उसने एक तांत्रिक से संपर्क किया और उसकी सलाह पर दरगाह के पास भीख मांगना शुरू कर दिया. उसका बेटा अमेरिका में आर्किटेक्ट है. हैदराबाद के चेरलापल्ली खुली जेल के अधीक्षक और आश्रम प्रभारी के. अर्जुन राव ने बताया कि महिला के अनुसार उसके रिश्तेदारों ने पैतृक संपत्ति में उसके हिस्से को लेकर धोखाधड़ी की जिसके बाद उसने भीख मांगना शुरू कर दिया.
गौरतलब है कि इन दिनों राज्य पुलिस और नगर निगम के साथ तालमेल से तेलंगाना कारावास विभाग ने 20 अक्टूबर से लेकर अब तक 235 पुरुषों और 130 से अधिक महिलाओं को भीख मांगते हुए पकड़ा है.
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