अरबपतियों की लिस्ट में अंबानी-अडानी नहीं, बल्कि ये नाम आपको चौंका देंगे

नई दिल्ली: फोर्ब्स (Forbes) समय समय पर देश व दुनिया के सबसे ताकतवर व अमीर लोगों की लिस्ट जारी करती रहती है। इस लिस्ट में अपना नाम और स्थान बनाना वाकई बहुत बड़ी बात होती है। फोर्ब्स पत्रिका की अरबपतियों की सूची में भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी और मुकेश अंबानी का नाम आम है। अब […]

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अरबपतियों की लिस्ट में अंबानी-अडानी नहीं, बल्कि ये नाम आपको चौंका देंगे

Amisha Singh

  • April 5, 2023 6:56 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली: फोर्ब्स (Forbes) समय समय पर देश व दुनिया के सबसे ताकतवर व अमीर लोगों की लिस्ट जारी करती रहती है। इस लिस्ट में अपना नाम और स्थान बनाना वाकई बहुत बड़ी बात होती है। फोर्ब्स पत्रिका की अरबपतियों की सूची में भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी और मुकेश अंबानी का नाम आम है। अब हाल ही में, 2023 की ताजा लिस्ट में इन दोनों कारोबारियों का नाम भी शामिल है।

 

लेकिन इनके अलावा दो अन्य भारतीय उद्योगपतियों के नाम फोर्ब्स की अरबपतियों की सूची में शामिल हैं। ये दोनों भाई हैं। नाम हैं नितिन कामथ और निखिल कामथ। बिजनेस इंडस्ट्री में इन्हें “कामथ ब्रदर्स” के नाम से जाना जाता है। नितिन और निखिल कामथ एक ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग कंपनी ज़ेरोधा के फाउंडर हैं।

➨ कितनी संपत्ति के मालिक?

आपको बता दें, फोर्ब्स ने 2.7 अरब डॉलर (करीब 22 हजार करोड़ रुपये) की संपत्ति के साथ नितिन कामथ को अपनी सूची में 1104वां रैंक दिया है। वहीं, उनके भाई निखिल कामथ 1.1 अरब डॉलर (करीब 9 हजार करोड़रुपये) की संपत्ति के साथ 2405वें नंबर पर हैं। इस लिस्ट में दुनियाभर के अरबपतियों भारत के 169 अमीर शामिल हैं।

 

➨ कॉल सेंटर में करते थे काम

आपको बता दें, कामथ भाई बैंगलोर के एक मध्यम वर्ग के परिवार में बड़े हुए। कम उम्र में ही उनकी शेयर बाजार में दिलचस्पी हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नितिन ने शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए यूनिवर्सिटी बीच में ही छोड़ दी थी। जहां निखिल ने अपनी पढ़ाई पूरी की, वहीं बाद में उन्होंने कॉर्पोरेट सेक्टर में काम करना शुरू किया। एक इंटरव्यू में निखिल बताते हैं कि उन्होंने 17 साल की उम्र में एक कॉल सेंटर में काम करना शुरू किया था। लिहाजा उन्हें हर महीने 8 हजार रुपये वेतन के रूप में मिल रहे थे।

 

➨ शेयर मार्केट से करें शुरुआत

 

दोनों ने मिलकर साल 2010 में जेरोधा नामक कंपनी की स्थापना की। इसका लक्ष्य स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेडिंग को आसान और सस्ता बनाना था। वेबसाइट के माध्यम से डीमैट खाता खोलना और व्यापार करना आसान होने लगा। धीरे-धीरे कंपनी को कारोबारियों के बीच लोकप्रियता मिलने लगी। और कुछ ही वर्षों में, ज़ेरोधा भारत में सबसे बड़ी रीटेल ब्रोकरेज फर्मों में से एक बन गई है। शेयर बाजार के अलावा, ज़ेरोधा म्यूचुअल फंड, बीमा, डिजिटल गोल्ड सहित कई वित्तीय सर्विस भी ऑफर करता है। कंपनी का दावा है कि उसके पास 60 लाख से ज्यादा कस्टमर हैं। ज़ेरोधा में प्रतिदिन 9 अरब रुपये का व्यापार (ट्रेडिंग बिजनेस) होता है।

 

 

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