श्रीनगर: इस साल अमरनाथ यात्रा के लिए शनिवार (1जुलाई) सुबह पारंपरिक बालटाल और पहलगाम रूट से पहले जत्थे में शामिल भक्तों को पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए रवाना होंगे। आज शनिवार को बालटाल रूट से जाने वाले श्रद्धालुओं को पहले ही दिन बाबा के दरबार में हाजिरी लगाने का सौभाग्य प्राप्त […]
श्रीनगर: इस साल अमरनाथ यात्रा के लिए शनिवार (1जुलाई) सुबह पारंपरिक बालटाल और पहलगाम रूट से पहले जत्थे में शामिल भक्तों को पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए रवाना होंगे। आज शनिवार को बालटाल रूट से जाने वाले श्रद्धालुओं को पहले ही दिन बाबा के दरबार में हाजिरी लगाने का सौभाग्य प्राप्त होगा, जबकि पहलगाम रूट से कुछ दिन बाद सभी भक्त दरबार में पहुंचेंगे।
इस दौरान कल शुक्रवार की सुबह जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से बम-बम भोले और जय बाबा बर्फानी के जयघोष के बीच पहले जत्थे में 164 छोटे बड़े वाहनों में 3488 यात्रियों ने प्रस्थान किया, जो देर शाम को कड़ी सुरक्षा के बीच बालटाल और पहलगाम बेस कैंपों में पहुंच गए थे।
देशभर से आए श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। बाबा भोले के भक्तों में महिला, पुरुष, साधु-संन्यासी समेत मंगलामुखी भी शामिल हैं। इसके अलावा साध्वी भी बाबा के दरबार में दर्शन करने के लिए नजर आईं। साथ ही बालटाल और पहलगाम के नुनवान बेस कैंप में पहुंचने के बाद रास्ते भर अमरनाथ यात्रियों का शानदार स्वागत किया गया।
जानकारी के मुताबिक रास्ते भर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम रहे। वहीं कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में यात्रियों को कश्मीर के दोनों बेस कैंप में पहुंचाया गया। शनिवार की सुबह अमरनाथ यात्री बालटाल के दोमेल और पहलगाम के चंदनबाड़ी से पवित्र गुफा के लिए आगे रवाना होंगे। इतना ही नहीं बालटाल तथा नुनवान बेस कैंप में पूरी रात भजन कीर्तन चलता रहा। वहीं अमरनाथ यात्रा में यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर प्रत्येक यात्री के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) कार्ड अनिवार्य बनाया गया है। इस कार्ड के बिना किसी भी शख्स को यात्रा की इजाजत नहीं है।