नई दिल्ली। अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले ही एक आतंकी संगठन ने धमकी पत्र दिया है. टीआरएफ आतंकी संगठन की तरफ से धमकी भरा पत्र ऐसे वक्त पर सामने आया है जब अमरनाथ यात्रा शुरू होने जा रही है. बता दें कि 30 जून से अमरनाथ यात्रा शुरू होने जा रही है. टीआरएफ की […]
नई दिल्ली। अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले ही एक आतंकी संगठन ने धमकी पत्र दिया है. टीआरएफ आतंकी संगठन की तरफ से धमकी भरा पत्र ऐसे वक्त पर सामने आया है जब अमरनाथ यात्रा शुरू होने जा रही है. बता दें कि 30 जून से अमरनाथ यात्रा शुरू होने जा रही है. टीआरएफ की ओर से धमकी भरा पत्र जारी करते हुए इस बार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) और केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है।
आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट ने अमरनाथ यात्रा को लेकर धमकी भरा पत्र जारी किया. इस पत्र में आंतकी संगठन की ओर से राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ पर निशाना साधाते हुए कहा कि हम इस यात्रा के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन तीर्थयात्री तब तक सुरक्षित हैं जब तक कि वे कश्मीर मुद्दे में शामिल नहीं होंगे।
बता दें कि दूसरी तरफ, श्रीनगर पुलिस ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर/टीआरएफ के 2 स्थानीय हाईब्रिड आतंकवादियों को गिरफ्तार कर लिया है. कश्मीर के आईजी का बताया कि 30 मैगजीन, 15 पिस्तौल, 300 राउंड और 1 साइलेंसर सहित आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है. इस बारे में फिलहाल मामला दर्ज़ कर पुलिस की जांच चल रही है.
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को इस साल वार्षिक अमरनाथ यात्रा से संबंधित सभी कार्यों को पूरा करने के लिए 15 जून की समय सीमा तय की और कहा कि प्रशासन की प्राथमिकता तीर्थयात्रियों के लिए सर्वोत्तम सुविधाएं सुनिश्चित करना है.
सिन्हा ने राजभवन में एक उच्च स्तरीय बैठक में यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की. बैठक में उपायुक्त, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के अधिकारी भी शामिल हुए. उपराज्यपाल ने कहा कि तीर्थयात्रियों के लिए सर्वोत्तम सुविधाएं सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिकता है. उपराज्यपाल ने श्री अमरनाथजी यात्रा से संबंधित सभी कार्यों को पूरा करने के लिए 15 जून की समय-सीमा तय की गई. तीर्थयात्रा इस साल 30 जून से पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों से शुरू होगी।
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