इलाहाबाद में छोटी सी बात पर दलित की पीट पीटकर की गई हत्या के मामले में मुख्य आरोपी विजय शंकर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले के बाद पोस्टमॉर्टम में पता चला था कि मृत छात्र के शरीर पर 30 चोटें आई थीं. इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद से देशभर मेंं आक्रोश है.
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में कानून की पढ़ाई कर रहे दलित छात्र दिलीप सरोज की पिछले सप्ताह हुई हत्या के मुख्य अभियुक्त को बुधवार को सुल्तानपुर से गिरफ्तार कर लिया गया. अभियुक्त विजय शंकर को नेता चंद्रभद्र सिंह के घर से गिरफ्तार किया गया. एक भोजनालय में कुछ मामूली मुद्दे पर झड़प के बाद सिंह के नेतृत्व में चार व्यक्तियों ने सरोज पर हमला किया जिसके बाद 26 वर्षीय एलएलबी छात्र कोमा में चला गया और रविवार को उसकी मौत हो गई. किसी ने छात्र की हत्या का वीडियो बना लिया और वह वीडियो वायरल होने के बाद देश भर में आक्रोश फैल गया. पोस्टमॉर्टम में पता चला कि छात्र के शरीर पर 30 चोटें आई थीं. राजनीतिक दलों ने इस घटना पर उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की आलोचना की और विपक्ष ने विधानसभा में मौजूदा बजट सत्र में इस मुद्दे को बार-बार उठाया. इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों ने सरोज की मौत के बाद काफी हंगामा किया. उन्होंने एक बस को आग लगा दी और जिला मजिस्ट्रेट के कार्यालय का घेराव लिया. आलोचना झेलने के बाद योगी आदित्यनाथ सरकार ने मृतक के परिवार को 20 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की.
गौरतलब है कि रेस्टोरेंट में खाना खाने के बाद सरोज बाहर सीढ़ी पर बैठकर फोन पर बात कर रहा था. इतने में 3 से 4 लोग सीढ़ियों से उतरते हुए सरोज को हल्का सा धक्का दे दिया. फिर इस बात पर कहासुनी होने लगी और वे लोग सरोज को सीढ़ियों से घसीटकर पीटने लगे. जिसके बाद सरोज बेहोश हो गया. इसके बाद भी वे लोग उसे सड़क पर ले जाकर रॉड और पत्थरों से मारते रहे. सरोज की काफी गहरी चोट लगने से मौत हो गई.
इलाहाबाद में दलित छात्र दिलीप सरोज की हत्या के बाद फूटा जनता का गुस्सा, बस में लगाई आग