नई दिल्ली: वी वीमन वांट (We Women Want) का पहला संस्करण मुंबई में हुआ था। आज सोमवार 2 अप्रैल 2023 को दूसरा संस्करण दिल्ली के ताज वीवांता होटल में हो रहा है। आज दिल्ली कार्यक्रम के पहले सत्र में चांदनी चौक की पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता अलका लांबा और भाजपा नेता डॉ टीना शर्मा […]
नई दिल्ली: वी वीमन वांट (We Women Want) का पहला संस्करण मुंबई में हुआ था। आज सोमवार 2 अप्रैल 2023 को दूसरा संस्करण दिल्ली के ताज वीवांता होटल में हो रहा है। आज दिल्ली कार्यक्रम के पहले सत्र में चांदनी चौक की पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता अलका लांबा और भाजपा नेता डॉ टीना शर्मा पहुंची। इस कार्यक्रम के दौरान अलका लांबा ने महिलाओं को समर्पित इस कार्यक्रम के लिए आई टीवी नेटवर्क का धन्यवाद दिया। दिल्ली कार्यक्रम में अलका लांबा ने कहा कि मुझे राजनीति में लगभग 30 साल हो गए हमने कई उतार चढ़ाव देखा है और आज भी जिंदगी में संघर्ष जारी है।
#WeWomenWant | 'This is a big platform for democracy. Women received rights in Gram Panchayats. Over 15 lakh women today hold positions in panchayats,' Alka Lamba (@LambaAlka), Congress Spokesperson at #WWWShaktiAwards
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वहीं कार्यक्रम के दौरान अलका लांबा ने आगे बताया कि 25 साल कांग्रेस के बाद 5 साल आम आदमी पार्टी (AAP) में फिर मैंने कांग्रेस में घर वापसी की। साथ ही बताया कि कांग्रेस लोकतंत्र का सबसे बड़ा मंच है। पंचायती राज में कांग्रेस पार्टी ने महिलाओं को संरक्षण दिया, नगर निगम में कांग्रेस ने महिलाओं को आरक्षण दिया है। लेकिन पीएम मोदी की सरकार को 9 साल हो चुके है लेकिन महिला आरक्षण बिल अब तक लोकसभा में नहीं आया। अलका ने आगे कहा कि राजनीतिक, आर्थिक और समाजिक रूप से अभी महिलाओं का हक उन्हें नहीं मिला है।
भाजपा सरकार द्वारा महिला अधिकारों पर किए गए कामों पर कांग्रेस नेता अलंका लांबा ने कहा कि विपक्ष में रहते हुए मेरा यह धर्म है कि मै महिलाओं के लिए आवाज उठाऊं। साथ ही उनका कहना है कि महिला दिवस के दिन संविधानिक पद पर बैठे एक सांसद ने महिला से कहा है कि आपने बीन्दी क्यों नहीं लगाई? यह मेरा हक है कि मैं क्या पहनना चाहती है।
वहीं इस कार्यक्रम के दौरान भाजपा नेता टीना शर्मा ने कहा कि राजनीति हो या काई भी क्षेत्र हो महिलाओं को चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। खासकर जब वह समझदार हो। मेरा मानना है कि गिरना, उठना फिर उठना यह महिलाओं को और मजबूत बनाता है। जब निर्भया गैंगरेप हुआ था तब सभी महिलाएं नेता पार्टियों की समस्या छोड़ कर एक हो जाती है। टीना शर्मा ने विपक्ष से पूछा कि जब कांग्रेस सरकार ने साल 2010 में लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पेश किया फिर उसे राज्यसभा से पास क्यों नहीं करवाया। यह जो दोहरे मापदंड है राजनीतिक पार्टियों के, 70 साल में कांग्रेस की सरकारों ने महिलाओं के लिए क्या कर दिया है इस बात की चर्चा करना भी जरुरी है।
टीना शर्मा ने आगे कहा कि हमारी सरकार यानी भाजपा ने महिलाओं के लिए काफी कुछ किया है। कई महिलाएं लोकसभा लड़ कर आई है। आज पीएम ने उस जंग को सरल कर दिया है कि जहां स्मृती ईरानी अमेठी जाकर लोकसभा लड़ती है। वहीं एनडीए सरकार में महिलाओं के लिए कई अच्छे प्लेटफार्म है। साथ ही अलंका लांबा ने अपने जवाब में बताया कि हमारी सरकार में महिला आरक्षण बिल राज्यसभा से पास हुआ था लेकिन लोकसभा से पास नहीं हो पाया था, क्योंकि हमारे पास बहुमत नहीं था, आज सरकार के पास बहुमत तो है लेकिन नियत नहीं है।
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