नई दिल्लीः अलका लांबा को ऑल इंडिया महिला कांग्रेस का अध्यक्ष घोषित किया गया है। इस पर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया भी दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि महिला कांग्रेस राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक, क़ानूनी और संविधान द्वारा महिलाओं को दिए गए बराबरी के अधिकारों को पंक्ति में खड़ी अंतिम महिला तक सही मायने […]
नई दिल्लीः अलका लांबा को ऑल इंडिया महिला कांग्रेस का अध्यक्ष घोषित किया गया है। इस पर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया भी दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि महिला कांग्रेस राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक, क़ानूनी और संविधान द्वारा महिलाओं को दिए गए बराबरी के अधिकारों को पंक्ति में खड़ी अंतिम महिला तक सही मायने में पहुंचा कर उनकी भागेदारी और सशक्तिकरण का रास्ता प्रशस्त करेगी.
एक्स पर पोस्ट में अलका लांबा ने कहा, देश की बेटियों के आंसुओं के बीच भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा सौंपी गई इस जिम्मेदारी का मुझे पूरी तरीके से एहसास है, मैं यकीन दिलाती हूँ कि महिला काँग्रेस देश में अन्याय, शोषण, हिंसा, अत्याचार का सामना कर रही देश की बेटियों/बहनों की आवाज़ बनकर न्याय मिलने तक लड़ूंगी। महिला काँग्रेस राजनैतिक, आर्थिक, क़ानूनी सामाजिक और संविधान द्वारा महिलाओं को दिए गए बराबरी के अधिकारों को पंक्ति में खड़ी अंतिम महिला तक सही मायने में पहुँचा कर उनकी भागेदारी और सशक्तिकरण का रास्ता प्रशस्त करेगी।
अलका लांबा ने छात्र राजनीति से मुख्यधारा की राजनीति में अपना कदम रखा था। वो दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। वर्ष 1995 में उन्होंने एनएसयूआई के कैंडिडेट के तौर पर डूसू का चुनाव जीता था। वर्ष 2014 में उन्होंने कांग्रेस का ‘हाथ’ छोड़कर आम आदमी पार्टी का ‘झाड़ू’ थाम लिया था। बता दें बाद में वर्ष 2019 में वो फिर से कांग्रेस में शामिल हो गईं। 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप उम्मीदवार के तौर पर चांदनी चौक से वो विधायक चुनी गई।
बता दें कांग्रेस ने बीते दिन शुक्रवार को एक और अहम नियुक्ति की। वरुण चौधरी को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी की छात्र इकाई नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) का अध्यक्ष चुना गया। वो नीरज कुंदन की जगह लेंगे।
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