अलीगढ़। यूपी के अलीगढ़ के रोरावर थाना क्षेत्र के कब्रिस्तान में 17 फरवरी को बाउंड्रीवाल और रास्ते का निर्माण कार्य शुरू कराया गया। ये मामला तकरीबन 20 साल पुराना है, जिस पर विवाद दोबारा से बढ़ गया है। जब फरवरी में कब्रिस्तान पर काम दोबारा से शुरू हुआ तो दूसरे पक्ष ने उस पर आपत्ति […]
अलीगढ़। यूपी के अलीगढ़ के रोरावर थाना क्षेत्र के कब्रिस्तान में 17 फरवरी को बाउंड्रीवाल और रास्ते का निर्माण कार्य शुरू कराया गया। ये मामला तकरीबन 20 साल पुराना है, जिस पर विवाद दोबारा से बढ़ गया है। जब फरवरी में कब्रिस्तान पर काम दोबारा से शुरू हुआ तो दूसरे पक्ष ने उस पर आपत्ति जताई और दोनों पक्षों के बीच वाद विवाद बढ़ गया था, फिर वहां की क्षेत्रीय पुलिस और कुछ अधिकारीयों ने मामले को संभालते हुए निर्माण कार्य को उसी समय स्थगित कर दिया था।
भाजपाइयों का आरोप है कि फरवरी में कब्रिस्तान का काम बंद करवाने के बाद भी 19 मार्च (रविवार) चोरी-छुपे दोबारा से काम शुरू करवाया गया है। इसी बात को लेकर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गये हैं, जिससे मामला और बढ़ गया है। पूर्व सपा विधायक हाजी जमीर उल्लाह दूसरे पक्ष के समर्थन में वहां पहुंच गए और मामले ने गंभीर मोड़ ले लिया है।
विरोध प्रदर्शन के दौरान भाजपा समर्थकों ने बाज़ार बंद कराकर दिल्ली गेट थाने पर हनुमान चालीसा पढ़ा, जिसके बाद पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारे भी लगाए। मुस्लिम पक्ष का समर्थन करने जब हाजी जमीर उल्लाह वहां पहुंचे तो मामला और बढ़ा, जिससे शांत करने के लिए कई थानों की फोर्स भी वहां पहुंची।
कब्रिस्तान का ये मामला लगातार 2003 से चल रहा है। इस विवाद को लेकर दो समुदायों के बीच वाद-विवाद छिड़ा, जिसने आगे चलकर कर्फ्यू का रूप ले लिया था। इस विवाद का मुद्दा एक शव यात्रा को लेकर था, जिसे कनवरीजंग इलाके से रोरावर शमशान ले जाते समय रास्ते में ही दोनों समुदायों के बीच झगड़ा शुरू हो गया था। इसके चलते पुराने शहर के तीन थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया था।
Mumbai में बागेश्वर धाम के दिव्य दरबार में हुई चोरी, चोरों ने लाखों के गहनों पर किया हाथ साफ
Amritpal Singh की गिरफ्तारी को लेकर ‘वारिस पंजाब दे’ के वकील का दावा, ‘हो सकता है एनकाउंटर’