नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम चुनाव के परिणाम आने के महज 48 घंटों के भीतर ही कांग्रेस के तीन पार्षदों ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता ले ली थी। कांग्रेस से बगावत करने वाले इन तीन पार्षदों में से एक ने घर वापली कर ली है। इन पार्षदों के दल बदलने के बाद स्थानीय लोगों […]
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम चुनाव के परिणाम आने के महज 48 घंटों के भीतर ही कांग्रेस के तीन पार्षदों ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता ले ली थी। कांग्रेस से बगावत करने वाले इन तीन पार्षदों में से एक ने घर वापली कर ली है। इन पार्षदों के दल बदलने के बाद स्थानीय लोगों में गुस्से की लहर थी. साथ ही उनके पुतले भी फूंके जा रहे थे।
कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल होने वाले तीन कांग्रेसी नेताओं में से एक अली मेहदी ने फिर से कांग्रेस का रुख कर लिया है उन्होने कहा कि, मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई थी। मुझे कोई पद नहीं चाहिए मैं कांग्रेस का ही कार्यकर्ता हूं मैं राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अपने समस्त क्षेत्रवासियों से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं।
हम आपको बता दे की अली मेंहदी मुस्तफाबाद से कांग्रेस के पूर्व विधायक हसन अहमद के बेटे हैं। इसके अलावा हमन अहमद दिल्ली कांग्रेस के उपाध्यक्ष भी हैं। कांग्रेस में दोबारा शामिल होने के बाद अली मेहदी ने वीडियो ट्विट के जरिए यह जानकारी दी।
आम आदमी पार्टी में जाने वालों की फेहरिस्त में मुस्तफाबाद की पार्षद सबीला बेगम और बृजपुरी की पार्षद नाजिया खातून के अलावा नेहरू विहार के ब्लॉक अध्यक्ष अलीम अंसारी, दिल्ली कांग्रेस के कार्यकारी सदस्य हाजी खुशनूद, मुस्तफाबाद के ब्लॉक अध्यक्ष जावेद चौधरी और शिव विहार के ब्लॉक अध्यक्ष अशोक बघेल भी शामिल हैं।
हम आपको बता दें कि, एमसीडी में दल बदल कानून लागू नहीं होता, इसलिए दोनों पार्षदों के दल बदलने के बाद भी उनकी सदस्यता रद्द नहीं होगी। पार्षदों के इस फैसले से कांग्रेस के पार्षदों की संख्या घटकर 9 से 7 रह जाएगी, वहीं आम आदमी पार्टी के पार्षदों की संथ्या 134 से बढ़कर 136 हो जाएगी। इसका फायदा आम आदमी पार्टी को मेयर इलेक्शन में होने की संभावना है।