लखनऊ: मामला उत्तरप्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले का बताया जा रहा है. यहाँ रहने वाले रामराज यादव का आरोप है कि स्थानीय डॉक्टर फारूखी कमाल ने बेहोशी की हालत में उसकी सर्जरी करके मस्जिद में ज़बरन उससे कलमा पढ़ाया और धर्म परिवर्तन करके उसका नाम अकरम हुसैन रखवा दिया. इस मामले में पीड़ित ने इटवा थाने […]
लखनऊ: मामला उत्तरप्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले का बताया जा रहा है. यहाँ रहने वाले रामराज यादव का आरोप है कि स्थानीय डॉक्टर फारूखी कमाल ने बेहोशी की हालत में उसकी सर्जरी करके मस्जिद में ज़बरन उससे कलमा पढ़ाया और धर्म परिवर्तन करके उसका नाम अकरम हुसैन रखवा दिया.
इस मामले में पीड़ित ने इटवा थाने में मुकदमा दर्ज करवाया. इतना ही नहीं, पीड़ित ने मुख्यमंत्री के जनता दरबार में भी शिकायत अर्ज़ की. इसके अलावा उसने कई स्तर पर डीएम और एसएसपी से भी मुलाकात की, लेकिन आरोपित डॉक्टर की गिरफ्तारी न होने के कारण से अब वह आत्महत्या की धमकी दे रहा है. इस दौरान पीड़ित ने शुक्रवार को बीजेपी के प्रदेश मुख्यालय पर पहुंच के फरियाद बताई.
दूसरी ओर ,बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि ऐसे मामलों को लेकर योगी सरकार सख्त है. साथ ही कहा कि इस मामले में निश्चित तौर पर कड़े कदम उठाकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ भाजपा प्रवक्ता ने पीड़ित को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है.
सिद्धार्थनगर जिले का रहने वाला रामराज यादव अब अकरम हुसैन हो चुका है. उसका आरोप सिद्धार्थनगर के डॉक्टर फारुखी कमाल पर है. पीड़ित के मुताबिक, डॉक्टर फारुखी ने उसका ज़बरन धर्म परिवर्तन करवा दिया है. उसका आरोप है कि यह मामला 2019 में हुआ जिसके बाद उसने कई जगह मुकदमा भी दर्ज करवाया व कई जगह गुहार भी लगाई, लेकिन उसकी सुनवाई कहीं नहीं हुई. इसके बाद उल्टा चोरी के आरोप में डॉक्टर ने उसको जेल भी भिजवा दिया, जहां से वह बामुश्किल रिहा हुआ है.
बेहोशी की हालत में किया गया खतना और मस्जिद में पढ़ाया गया कलमा
रामराज यादव ने आरोप लगाया कि डॉक्टर कमाल फारुकी ने पहले उसको बेहोश करके खतना कर दिया. इसके बाद जबरदस्ती उसको मस्जिद में ले जाकर दो मौलानाओं और गाँव के प्रधान के साथ उसको कलमा पढ़ाया. इसके बाद में आधार कार्ड में भी उसका नाम बदलवा दिया गया. रामराज यादव की जगह उसका नाम बदलकर आधार कार्ड में अकरम हुसैन कर दिया गया. वहीं, अब न्याय नहीं मिलने की स्थिति में पीड़ित आत्महत्या की धमकी दे रहा है.