यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा 'समाजवाद' पर बयान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कड़ा रुख अपनाया है. अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा है कि योगी आदित्यनाथ का समाजवाद को 'झूठा, समाप्त और धोखा' कहना संविधान की अवमानना का गंभीर मुद्दा है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा ‘समाजवाद’ पर टिप्पणी के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के तेवर गर्म नजर आए हैं. दरअसल, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश ने योगी आदित्यनाथ के बयान पर उनका इस्तीफा मांगा है. इस मामले में अखिलेश यादव ने कहा है कि सूबे के मुख्यमंत्री का समाजवाद को ‘झूठा, समाप्त और धोखा’ कहना संविधान की अवमानना का गंभीर मुद्दा है और इसके लिए यूपी सीएम को देश से माफी मांगनी चाहिए.
मिली जानकारी के मुताबिक, सीएम योगी आदित्यनाथ के ‘समाजवाद’ पर बयान के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी के बयान को संविधान की अवमानना बताया है. अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘भारत के संविधान की उद्देशिका में ‘समाजवादी’ शब्द संविधान की मूल भावना के रूप में दर्ज है. यूपी के मुख्यमंत्री का समाजवाद को “झूठा, समाप्त और धोखा” कहना संविधान की अवमानना का गंभीर मुद्दा है, इसके लिए उन्हें देश से माफ़ी मांगनी चाहिए या एक सच्चे योगी की तरह पद त्याग देना चाहिए.
बताते चलें कि बीते दिन योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद में समाजवाद को लेकर कहा था कि यह ‘मृगतृष्णा’ से ज्यादा कुछ नहीं है. इसके साथ ही सीएम योगी ने कहा था कि देश समाजवाद नहीं बल्कि रामराज्य चाहता है. वहीं सीएम योगी ने सूबे में रह चुकी समाजवादी पार्टी के कार्यकाल को समाजवाद का वीभत्स रूप और गुंडाराज बताया था. योगी के इस बयान के बाद यूपी की सियासत में गरमागर्मी नजर आई. जिसके बाद अखिलेश यादव ने ट्वीट कर इस बात का कड़ा विरोध करते हुए इस्तीफे की मांग की.
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