नई दिल्ली: मिल्कीपुर उपचुनाव के बाद निर्वाचन आयोग को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बड़ा बयान दिया है। अखिलेश यादव ने निर्वाचन आयोग को लेकर विवादित टिप्पणी की हैं। अपने बयान को लकेर अखिलेश यादव इस समय काफी सुर्खियों में बने हुए हैं। बीजेपी के नेताओं ने सपा चीफ से अपने विवाद पर माफी मांगने को कहा है। डुमरियागंज सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि जब चुनाव जीतते हैं तो चुनाव आयोग सही होता है और जब हारने लगते हैं तो सवाल उठाने लगते हैं।
केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने अखिलेश पर उनके दिए हुए बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि अखिलेश यादव को अपने बयानों के लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ इस तरह की बात नहीं करनी चाहिए। जब चुनाव जीतते हैं, तब ठीक है। वहीं भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि मिल्कीपुर में हार की हताशा में सपा ने झूठ फैलाए हैं। अखिलेश यादव प्रोपेगेंडा पॉलिटिक्स के चैंपियन बन गए है। झूठे ऑडियो, वीडियो और फोटो के जरिए हार की हताशा मिटाने की कोशिश कर रहे हैं। चुनाव के नतीजे आने के बाद ईवीएम पर भी ठीकरा फोड़ेंगे।
बता दें कि अपने बयान में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि मैं चुनाव आयोग से काफी नाराज हूं। मिल्कीपुर का चुनाव अलग चुनाव होने जा रहा है, ये मैंने कई बार कहा है। हमारे लोतकतंत्र में किस तरह से मतदान होता है, मैं उन्हें दिखाना चाहता था, मैं विदेशी मीडिया को भी दिखाना चाहता था। इस समय यदि मेरे पास सफेद कपड़ा होता तो मैं चुनाव आयोग पर उसको चढ़ा देता। बता दें कि अखिलेश यादव अपने बयान में लगातार वहां के एसएसपी को दोषी बता रहे थे, चुनाव कराने वाले जिम्मेदार लोग कौन हैं, एसएसपी अयोध्या।
#WATCH दिल्ली: समाजवादी पार्टी के सांसदों ने संसद के बाहर चुनाव आयोग के खिलाफ प्रदर्शन किया। pic.twitter.com/LMW5twkdQ3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 6, 2025
अखिलेश यादव ने अपने बयान में आगे कहा कि-उसने कार्यकर्ता से न केवल गाली गलौच की बल्कि उन्हें मारने की धमकी भी दी। पुलिस वाले ने प्रदीप यादव की पिटाई भी कर दी। जब दवाब पड़ा है तो वह छुट्टी पर भाग गया। मिल्कीपुर में चुनाव निष्पक्ष नहीं हुआ है, ये वोट का अधिकार भी छीनना चाहते हैं।
Also Read…